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लोकसभा चुनाव

ईवीएम विवाद: विपक्ष ने की बैलट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग, चुनाव आयोग बुलाएगा सर्वदलीय बैठक

हाल में कई राज्यों में हुए चुनावों के दौरान ईवीएम के साथ हुई कथित छेड़छाड़ के मामले को लेकर एकजुट विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर अपनी चिंताओं से अवगत कराया।

Updated on: 10 Apr 2017, 11:27 PM

highlights

  • पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ईवीएम छेड़छाड़ को लेकर चुनाव आयोग से मिला विपक्षी दल
  • विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से ईवीएम की बजाए बैलट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग की है

New Delhi:

हाल में कई राज्यों में हुए चुनावों के दौरान ईवीएम के साथ हुई कथित छेड़छाड़ के मामले को लेकर एकजुट विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर अपनी चिंताओं से अवगत कराया।

दिल्ली में चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'ईवीएम को लेकर विश्वास में कमी आई है। अब पुराने बैलट पेपर की व्यवस्था को बहाल किया जाए।'

पांच राज्यों (उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर) में हुए चुनाव के बाद आए नतीजों के बाद ईवीएम को लेकर सवाल उठने लगे हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम में गड़बड़ी का मामला उठाते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग की थी।

मायावती की इस मांग को शुरुआत में किसी अन्य विपक्षी दलों का समर्थन तो नहीं मिला लेकिन किसी दल ने इसका विरोध भी नहीं किया। हालांकि चुनाव आयोग ने मायावती के आरोपों को लेकर सफाई जरूर दी थी। चुनाव आयोग ने सभी आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा था कि ईवीएम में किसी तरह की गड़बड़ी संभव नहीं है।

आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, 'वोटर को विश्वास होना चाहिए कि वह जिसको वोट दे रहे हैं, वोट उन्हीं को जाए।' सिब्बल ने कहा कि चुनाव आयोग ईवीएम की विश्वसनीयता पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएगा।

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग पर लगातार हमलावर है। विपक्षी दलों की मुलाकात से पहले केजरीवाल ने ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग को धृतराष्ट्र और बीजेपी को दुर्योधन बताते हुए कहा कि आयोग किसी भी कीमत पर बीजेपी को जिताना चाहता है।

केजरीवाल ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, पर उनकी जांच न करवा कर चुनाव आयोग आशंकाओं को जन्म दे रहा है।

एकजुट हुआ विपक्ष

ईवीएम को लेकर सोमवार को संसद में विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने मुलाकात कर रणनीति तैयार की थी।

विपक्षी नेता आगामी सभी चुनावों में वीवीपीएटी की सुविधा शुरू किए जाने की मांग कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव वे बुनियादी आधार है जिस पर पूरे देश की व्यवस्था टिकी है।

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संसद में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के चैंबर में आज हुई इस रणनीतिक बैठक में कांग्रेस नेताओं अहमद पटेल, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल और विवेक तनखा के अलावा जदयू नेता अली अनवर अंसारी, तृणमूल नेता सुखेंदु शेखर रॉय, बसपा नेता सतीश मिश्रा और सपा नेता नीरज शेखर मौजूद थे। राकांपा नेता मजीद मेमन, माकपा नेता डी राजा और राजद नेता जे पी नारायण यादव भी बैठक में मौजूद थे।

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