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कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर चर्चा के लिए बुलाई बैठक

जम्मू एवं कश्मीर को संविधान के प्रावधानों की गलत व्याख्या करके खंडित किया गया है.

Updated on: 07 Aug 2019, 10:02 PM

highlights

  • 370 पर बातचीत के लिए कांग्रेस ने बुलाई बैठक
  • अनुच्छेद 370 रद्द करने पर होगी बातचीत
  • कश्मीर में केंद्र सरकार ने 370 पर लिया ऐतिहासिक फैसला

नई दिल्‍ली:

जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद इस पर विस्तृत चर्चा के लिए कांग्रेस ने राज्यों के सभी वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लिखे पत्र में कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा है, "शुक्रवार शाम छह बजे सभी महासचिव, राज्यों के प्रभारी, राज्य इकाई प्रमुख, सीएलपी नेता, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के विभागों के अध्यक्षों, प्रकोष्ठ और कांग्रेस सांसदों की एक बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया है."

इस पत्र में कहा गया है कि इस बैठक में अनुच्छेद 370 के रद्द करने से संबंधित चर्चा होगी. यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब मंगलवार को कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) ने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है. कांग्रेस कार्यकारिणी ने इस प्रस्ताव को जम्मू एवं कश्मीर रियासत और भारत के बीच विलय का इंस्ट्रूमेंट बताया. यह प्रस्ताव सीडब्ल्यूसी की लगभग चारा घंटे चली बैठक के बाद पारित किया गया, जिसमें कई कांग्रेस नेताओं ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने को राष्ट्र हित में बताया.

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लेकिन सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव में कहा गया है कि अनुच्छेद 370 में तब तक संशोधन नहीं किया जाना चाहिए, जब तक कि हर वर्ग के लोगों से परामर्श न कर लिया जाए, और यह भारत के संविधाना के अनुरूप हो. अनुच्छेद 370 को रद्द करने के फैसले को एकतरफा और अलोकतांत्रिक बताते हुए प्रस्ताव में कहा गया है कि जम्मू एवं कश्मीर को संविधान के प्रावधानों की गलत व्याख्या करके खंडित किया गया है.

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