/newsnation/media/post_attachments/images/2019/11/03/ranjdepep-88.jpg)
रणदीप सुरजेवाला( Photo Credit : ANI)
इजरायल के सॉफ्टवेयर पेगासस ने वॉट्सऐप के जरिए 14000 लोगों के फोन हैक (Phone Hack) करने के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. कांग्रेस ने दावा किया है कि मोदी सरकार ने पार्टी के महासचिव प्रियंका गांधी की भी फोन हैक करवाया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कहा कि जब व्हाट्सएप ने उन सभी को संदेश भेजे जिनके फोन हैक हो गए थे, तो ऐसा ही एक संदेश प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) को भी मिला था.
रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मोदी सरकार पर कई आरोप लगाए. सुरजेवाला ने कहा, 'एक रिपोर्ट में सामने आया है कि इसके जरिए राजनेताओं की भी जासूसी हो रही थी. पेगासस स्पाईवेयर से प्रभावित होने वालों में एमटीएनएल (MTNL), एनआईबी (NIB), एनआईसी (NIC), Hathway जैसे कनेक्शन शामिल थे. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कांड कितना बड़ा था.'
LIVE: Congress Party briefing by @rssurjewala, In-charge, Communications, AICC https://t.co/rKe4rTmfyu
— Congress Live (@INCIndiaLive) November 3, 2019
रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार इस जासूसी कांड में अपनी भूमिका को लेकर पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है. अब 5 सवालों का जवाब मोदी जी को देना चाहिए.
1. क्या भाजपा सरकार 2019 के आम चुनाव के दौरान राजनेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी कर रही थी?
2. भारत सरकार में किसने पेगासस के गैर-कानूनी एवं असंवैधानिक इस्तेमाल की इजाजत दी?
3. इसकी खरीद की इजाजत किसने दी?
4. भारत सरकार जानकारी के बावजूद इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे हुए है?
5. जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई होगी?
उन्होंने आगे कहा, 'हमें उम्मीद है कि संसद की स्टैंडिंग कमेटी इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए NSO, व्हाट्सएप, फेसबुक और भारत सरकार को पूरे तथ्यों के साथ अपने समक्ष बुलाकर जांच करेगी.'
इससे पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि उनका फोन टैप किया गया और उनके पास इस आरोप को साबित करने के लिए सबूत मौजूद है. ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नबन्ना में मीडियाकर्मियों से कहा, 'मेरा फोन टैप किया गया, मुझे पता है. चूंकि मुझे जानकारी मिली है, इसलिए मेरे पास सबूत है.'
और पढ़ें:मौत को धोखा देने के लिए 30 सालों से कर रहा ऐसा काम, जानकर रह जाएंगे हैरान
बता दें कि फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने गुरुवार को पुष्टि की कि इजरायल की साइबर खुफिया कंपनी एनएसओ ग्रुप की ओर से भारतीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकारों को स्पाइवेयर द्वारा टारगेट कर उनकी जासूसी की गई. व्हाट्सएप ने इस सप्ताह इजरायल की साइबर खुफिया कंपनी एनएसओ ग्रुप पर मुकदमा दायर किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने आरोप लगाया है कि इसने वैश्विक स्तर पर 1,400 चयनित (सलेक्टेड) उपयोगकर्ताओं की जासूसी की है.
इसे भी पढ़ें:झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : छूटे हुए मतदाता जोड़ सकते हैं मतदाता सूची में अपना नाम
इससे पहले कई मीडिया रिपोर्टो में कहा गया था कि भारत में टारगेट किए गए लोगों में वे मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्हें पिछले साल जनवरी में पुणे के पास भीमा-कोरेगांव दलित दंगों में उनकी कथित संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किया गया था