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Rajasthan political crisis ( Photo Credit : FILE PIC)
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Rajasthan political crisis ( Photo Credit : FILE PIC)
Rajasthan Political Crisis: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने जा रहे चुनाव ने राजस्थान की सियासत में भूचाल ला दिया है. जैसा कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाले हैं, ऐसे में अगर वह पार्टी के मुखिया चुने जाते हैं तो उनको मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ेगा. इस स्थिति में सचिन पायलट राजस्थान के अगले सीएम के तौर पर प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. क्योंकि सचिन पायलट राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं, इस लिहाज से कांग्रेस आलाकमान भी उनको मुख्यमंत्री बनाने की इच्छुक दिखती है. लेकिन सीएम पद के लिए सचिन पायलट का नाम पेश करते ही गहलोत खेमे के विधायक बगावत पर उतर आए हैं. उन्होंने साफ कर दिया है कि वह सचिन पायलट को किसी कीमत पर मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं कर सकते फिर चाहे इसके लिए उनको किसी भी हद तक क्यों न जाना पडे़.
गहलोत गुट के विधायकों ने दिया इस्तीफा
यही नहीं जयपुर में नए सीएम के नाम पर फैसला लेने के लिए रखी गई विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत गुट के 82 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जिसने राजस्थान की सियासत में घमासान मचा दिया है. हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को नाराज विधायकों के मनाने और अशोक गहलोत से बात करने को कहा है लेकिन हालात अभी बेकाबू ही दिखाई पड़ रहे हैं. ऐसे में राजस्थान के ताजा हालातों का प्रभाव कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव और राज्य की राजनीति दोनों पर पड़ता नजर आ रहा है. देश की राजनीति पर पैनी नजर रखने वालों की मानें तो वर्तमान महौल को देखते हुए कांग्रेस इस सियासी संकट को दूर करने के लिए चार कदम उठा सकती है.
Source : News Nation Bureau