कांग्रेस का PM मोदी पर हमला, केंद्र सरकार को बताया अत्याचारी और बर्बर (Photo Credit: न्यूज नेशन)
खुफिया एजेंसियों को इस संबंध में इनपुट मिले हैं. पुलिस को इनपुट मिला है कि 26 जनवरी की तरह 6 फरवरी के लिए भी इंटरनेशनल साजिश पाकिस्तान के जरिए रची जा रही है, इसके पीछे कई खालिस्तानी समर्थक ग्रुप हैं जो ट्विटर और इंस्टाग्राम पर एक्टिव हैं.
अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए छल-प्रपंच, अत्याचार और बर्बरता पर उतर आई है मोदी सरकार। pic.twitter.com/G7LVpNE35a
— Congress (@INCIndia) February 5, 2021
नई दिल्ली:
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस कभी भी कोई मौका नहीं छोड़ती है. सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव का मामला हो या फिर दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर जारी किसानों का आंदोलन.. कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार को घेरने रही है. फिलहाल, किसानों का मुद्दा देश-विदेश में छाया हुआ है. दिल्ली के बॉर्डर से शुरू हुआ किसानों का आंदोलन अब इंटरनेशनल मुद्दा बन चुका है. देश विरोधी ताकतों द्वारा भारत की छवि खराब किए जाने की कोशिशों के बीच कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोल दिया है.
कांग्रेस ने अपने ट्विटर पर एक क्रिएटिव फोटो शेयर की है. कांग्रेस ने इस फोटो के जरिए चीन और किसान आंदोलन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. कांग्रेस ने अपने ट्वीट में कहा, ''अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मोदी सरकार छल-प्रपंच, अत्याचार और बर्बरता पर उतर आई है.'' कांग्रेस ने फोटो शेयर करते हुए भारत-चीन सीमा की एक फोटो भी शेयर की है. कांग्रेस ने इस फोटो के साथ लिखा है, ''चीनी घुसपैठ पर.. न कोई घुसा है, न कोई पोस्ट उनके कब्जे में है. किसान आंदोलन पर.. देश की सुरक्षा को खतरा है. यही है मोदी सककार का असली चेहरा.''
बता दें कि केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार 72वें दिन भी जारी है. किसान संगठन कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि सरकार इनमें संशोधन करने की बात कह रही है. किसानों का कहना है कि जब तक केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार तीनों नए कानूनों को वापस नहीं लेती, वे आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने वाले किसानों ने ऐलान किया है कि वे 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम करेंगे. इसी बीच खबरें आई हैं कि किसान संगठनों के कल होने वाले चक्का जाम में एक बार फिर उपद्रव हो सकता है.