logo-image

सत्ता हथियाने के लिए धर्म और राजनीति का विषैला घोल बना रही RSS-BJP : कांग्रेस

कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) और उनके सहयोगी देश की सामाजिक एकता और सौहार्द को समाप्त करने के लिए अविश्वास व डर का माहौल पैदा कर रहे हैं।

Updated on: 17 Mar 2018, 08:04 PM

highlights

  • कांग्रेस ने कहा देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही बीजेपी और RSS
  • पार्टी ने कहा कि दोनों संगठन धर्म और राजनीति का खतरनाक मिश्रण तैयार कर रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए घातक है

नई दिल्ली:

कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उनके सहयोगी देश की सामाजिक एकता और सौहार्द को समाप्त करने के लिए अविश्वास व डर का माहौल पैदा कर रहे हैं।

कांग्रेस पार्टी ने अपने दो-दिवसीय अधिवेशन के दौरान अपने राजनीतिक संकल्प में कहा, 'घातक और विभाजनकारी एजेंडे के तहत, उन लेागों ने सांप्रदायिक भावनाएं और अंध-राष्ट्रवाद को भड़काया है।'

पार्टी ने कहा कि दोनों संगठन धर्म और राजनीति का खतरनाक मिश्रण तैयार कर रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए घातक है।

संकल्प के अनुसार, 'आरएसएस और बीजेपी, लोगों की भावनाओं का दोहन और राजनीतिक सत्ता हासिल करने के लिए धर्म की गलत व्याख्या और दुरुपयोग कर रहा है। धर्म और राजनीति का जहरीला मिश्रण हमारे बहुलतावादी समाज और समावेशी लोकतंत्र के लिए खतरा है।'

पार्टी ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, 'सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन का दावा करने वाला आरएसएस, हिंदुओं का एकमात्र प्रतिनिधि होने का ढोंग करता है।'

संकल्प में यह भी दावा किया गया है कि भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म का सार सभी को साथ लेकर चलने वाला, मानवीय मूल्यों को बचाने वाला और हमारी मिश्रित संस्कृति है। 'हिंदुत्व' के साथ निश्चित ही इसका घालमेल नहीं किया जाना चाहिए, जोकि पूरी तरह से राजनीतिक विचारधारा है।'

पार्टी ने कहा, 'भारत आज आरएसएस-बीजेपी से संबद्ध संस्थानों से हमारे संविधान और भारतीय गणराज्य के मूलभूत सिद्धांतों पर व्यवस्थित हमले का सामना कर रहा है।'

राजनीतिक संकल्प के अनुसार, 'बीजेपी राज्यपालों के संवैधानिक कार्यालयों का दुरुपयोग कर रही है और इसका इस्तेमाल चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए कर रही है, जिसके अंतर्गत पार्टी लोकप्रिय जनादेश को अपने पक्ष में मिलाकर (हाइजैक कर) बहुमत का निर्माण करती है।'

और पढ़ें: अहंकारी मोदी सरकार ने कांग्रेस को मिटाने की हर संभव कोशिश की : सोनिया

सम्मेलन में कांग्रेस की पूर्व प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ने भी बीजेपी पर जमकर हमला बोला।

सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'ड्रामेबाज' और 'अहंकारी' करार देते हुए एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला।

उन्होंने कहा, ना खाऊंगा ना खाने दूंगा, सबका साथ सबका विकास जैसे नारे सिर्फ ड्रामेबाजी और वोट लेकर कुर्सी हथियाने की साजिश थी।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी का आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'संविधान की उपेक्षा और उसका अनादर, विपक्ष के नेताओं को फंसाना, मीडिया को सताना, न खाऊंगा न खाने दूंगा, सबका साथ सबका विकास जैसे नारे सिर्फ ड्रामेबाजी थी ताकि वोट हथियाया जा सके।'

सोनिया ने कहा, 'कुर्सी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से झूठी नारेबाजी की, अब जनता उनको सबक सिखाएगी।'

उन्होंने कहा, 'पिछले चार सालों के दौरान इस 'अहंकारी' सरकार ने कांग्रेस को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन 'कांग्रेस कभी नहीं झुकी और वह आगे भी कभी नहीं झुकेगी।'

और पढ़ें: राहुल के बयान पर शाहनवाज का पलटवार, कहा- देश नहीं कांग्रेस चुनाव हार कर थक गई

मोदी सरकार की योजनाओं पर हमला बोलते हुए पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, 'यूपीए सरकार की योजनाओं पर यह सरकार साम, दाम, दंड, भेद का इस्तेमाल कर कांग्रेस को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है।'

महाधिवेशन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए सोनिया गांधी ने कहा, कांग्रेस एक राजनीतिक पार्टी नहीं बल्कि आंदोलन है।

उन्होंने एक बार फिर से राजनीति में आने की मजबूरी का उल्लेख करते हुए कहा कि परिस्थितियां ऐसी बनी कि मुझे इस दुनिया में आने के लिए प्रेरित होना पड़ा, जबकि मैं यहां आना नहीं चाहती थी।

सोनिया गांधी ने कहा, 'पार्टी की जीत देश की जीत होगी, कांग्रेस हमेशा से एक आंदोलन रही है, इसमें भारतीय संस्कृति की सम्पूर्ण तस्वीर दिखाई देती है। कांग्रेस एक बार फिर वो पार्टी बने जो देश का बुनियादी एजेंडा तय कर सके।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार जीत की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा वहां ऐसा प्रदर्शन हो, जिससे देश को नई दिशा मिले। जो लोग देश की राजनीति से हमारा अस्तित्व मिटाना चाहते थे उन्हें अंदाजा नहीं था कि हमारी जगह लोगों के दिलों में है।

सोनिया ने कहा, '2003 में हमने समान विचार वाली पार्टियों के साथ काम करना शुरू किया जिसका हमें साल 2004 में रिजल्ट मिला। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व में पांच साल की मेहनत ने हमें 2009 में भी बड़ी जीत दिलाई।'

और पढ़ें: राहुल गांधी का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- कांग्रेस ही चला सकती है देश, बाकी फैला रहे हैं नफरत