राष्ट्रपति चुनाव को लेकर महा-गठबंधन (कांग्रेस, आरजेडी-जेडीयू) की एकजुटता पर सवाल उठ रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बाद कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है।
कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हराना उनका काम है, हमारा नहीं। नीतीश ने अपनी राज्य की दलित नेता के हराने की पहले ही घोषणा कर दी। आजाद ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके कई सिद्धांत होते हैं वह अलग-अलग फैसले लेते हैं।
आजाद ने कहा, 'जिन लोगों के एक सिद्धांत होते हैं वह एक फैसला लेते हैं, लेकिन जो कई सिद्धांतों को मानते हैं। वह अलग-अलग फैसले लेते हैं।'
आपको बता दें की 23 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में 'बिहार की बेटी' को उम्मीदवार हराने के लिए बनाया गया है।
नीतीश ने कहा था, 'क्या बिहार की बेटी का चयन हराने के लिए किया गया? जिताने के लिए क्यों नहीं किया गया? दो बार मौका था तब क्यों नहीं याद आई बिहार की बेटी?'
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को 'बिहार की बेटी' बताते हुए नीतीश कुमार से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की थी। लालू ने कहा था कि अगर नीतीश ऐसा नहीं करते हैं तो यह ऐतिहासिक भूल होगी।
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गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल जद (यू) जहां राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा की है, वहीं राजद और कांग्रेस संयुक्त विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार के पक्ष में हैं।
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HIGHLIGHTS
- कांग्रेस का निशाना, कहा- नीतीश ने अपनी राज्य की दलित नेता के हराने की पहले ही घोषणा कर दी
- कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा- जिनके कई सिद्धांत होते हैं वह अलग-अलग फैसले लेते हैं
- विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव में मीरा कुमार को दे रहा है समर्थन, नीतीश के विधायक रामनाथ कोविंद के लिए डालेंगे वोट
Source : News Nation Bureau