कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वो संसद का सत्र जानबूझकर टाल रही है। पार्टी का कहना है कि सरकार अर्थ व्यवस्था और रोजगार जैसे मुद्दों पर सवालों से बचना चाहती है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि संसद का सत्र कब बुलाया जाएगा इसके बार में खुद संसदीय कार्य मंत्री को भी नहीं पता है।
उन्होंने कहा, 'संसद का शातकालीन सत्र कब शुरू होगा इसकी जानकारी संसदीय कार्यमंत्री को भी नहीं पता है। इसकी जानकारी सिर्फ पीएमओ को है।'
उन्होंने आरोप लगाते हुआ कहा, 'संसद के सत्र को जानबूझकर टाला जा रहा है। सरकार रोजगार और देश की आर्थिक स्थिति पर पूछे जाने वाले सवालों बचना चाह रही है।'
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को संसद सत्र न बुलाने के लिये घेरा था।
उन्होंने बैठक में कहा, 'सरकार गलतफहमी में है कि वो संसद के सत्र को रोककर अपनी संसदीय जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेगी।'
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री दोषपूर्ण जीएसटी के लागू करने के लिये आधी रात को संसद का सत्र बुला सकते हैं, लेकिन अब वो सदन का सामना करने से बचना चाह रहे हैं।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'नोटबंदी के एक साल बाद भी कुछ हुआ नहीं है, बल्कि गरीबों, परेशान किसानों, घरेलू महिलाओं, छोटे व्यापारियों और मजदूरों के घावों पर नमक लगाने का काम किया गया है। सिर्फ कुछ लोगों के भविष्य के लिये गरीबों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।'
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हाल ही में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि सरकार संसद का सत्र बुलाने से भाग नहीं रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सरकार इस संबंध में फैसला लेगी।
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Source : News Nation Bureau