कांग्रेस ने बीजेपी के सोनिया गांधी और पार्टी पर उठाए सवालों का जवाब दिया है. पार्टी ने ट्ववीट कर जवाब दिया है कि इंदिरा जी, राजीव जी, मनमोहन सिंह जी का राजधर्म, वो राजधर्म था, जिसमें समानता, सद्भाव को प्राथमिकता दी गई थी और आप जो कर रहे हैं, उसमें पूर्वाग्रह है; विभाजनकारी मानसिकता है।
इंदिरा जी, राजीव जी, मनमोहन सिंह जी का राजधर्म, वो राजधर्म था, जिसमें समानता, सद्भाव को प्राथमिकता दी गई थी और आप जो कर रहे हैं, उसमें पूर्वाग्रह है; विभाजनकारी मानसिकता है।
इसलिए जरूरी है कि आप राजधर्म निभाइए। https://t.co/nNk3cTxS6d
— Congress (@INCIndia) February 28, 2020
प्रेस कांफ्रेस में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमको राजधर्म का पाठ पढ़ाने से पहले सोनिया गांधी पहले ये बताए कि रामलीला मैदान से किसने कहा था कि अब इस पार या उस पार. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा कि सीएए संसद से पास हुआ, तो आप लोगों में उतेजना क्यों फैला रही हैं. पार्टी पर हुए फैसले के प्रश्न पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमें कांग्रेस पार्टी से राजधर्म सीखने की जरूरत नहीं है.
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वहीं कांग्रेस ने इस बात का जवाब देते हुए कहा है कि ये आर-पार की लड़ाई आपको समझ नहीं आएगी। हम समझा देते हैं।लाइन के उस पार चोर-लुटेरे हैं, पूंजीपति मित्र हैं; बलात्कारी हैं, नफरत है और इन सबको आप बढ़ावा दे रहे हो। लाइन के इस पार किसान, मजदूर, गरीब, महिला, युवा हैं और उनके हितों की रक्षक है- कांग्रेस।
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ये आर-पार की लड़ाई आपको समझ नहीं आएगी। हम समझा देते हैं।
लाइन के उस पार चोर-लुटेरे हैं, पूंजीपति मित्र हैं; बलात्कारी हैं, नफरत है और इन सबको आप बढ़ावा दे रहे हो।लाइन के इस पार किसान, मजदूर, गरीब, महिला, युवा हैं और उनके हितों की रक्षक है- कांग्रेस। https://t.co/tnneyuibgO
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दिल्ली में हिंसा (Delhi Violence) को लेकर सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला. राष्ट्रपति से मिलने के बाद बाहर निकली सोनिया गांधी ने एक बयान देते हुए कहा, दिल्ली में चार दिनों से हिंसा जारी है और केंद्र व दिल्ली सरकारें मूकदर्शक बनी रही. सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि सरकार राजधर्म का पालन नहीं कर रही है.
सोनिया गांधी ने यह भी कहा था कि दिल्ली में हिंसा, लूटपाट और पथराव होता रहा और सरकारें देखती रहीं. सोनिया गांधी के साथ प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि दिल्ली में हिंसा चिंता का विषय है.
दिल्ली में हिंसा (Delhi Violence) की चिंताजनक हालात को देखते हुए आज कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) की बैठक हुई. बैठक के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा, 'यह सोची-समझी साजिश का नतीजा है. दिल्ली चुनावों में भी इस तरह का दौर दिखा था. बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयान के चलते इस तरह की हिंसा भड़की है. दिल्ली बीजेपी के एक नेता के उस बयान पर दिल्ली में हिंसा भड़की, जिसमें उसने 3 दिन का अल्टीमेटम देने की बात कही थी. केंद्र सरकार की ओर से कार्रवाई न किए जाने से 20 लोगों की मौत हो गई. दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की जान चली गई और एक पत्रकार गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज चल रहा है.'
Source : News Nation Bureau