कांग्रेस ने मोदी सरकार पर एलईडी योजना में 20 हजार करोड़ रूपये के घोटाले का लगाया आरोप

कांग्रेस ने इस मामले की SC की देखरेख में जांच करवाने की मांग की है।

कांग्रेस ने इस मामले की SC की देखरेख में जांच करवाने की मांग की है।

author-image
Deepak Kumar
एडिट
New Update
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर एलईडी योजना में 20 हजार करोड़ रूपये के घोटाले का लगाया आरोप

File Photo

कांग्रेस ने मोदी सरकार के बिजली मंत्रालय के तहत संयुक्त उद्यम ईईएसएल पर एलईडी बल्ब लगाने के मामले में 20 हजार करोड़ रूपये का घोटाला करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने मांग की है कि इस पूरे मामले को उच्चतम न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश की देखरेख में जांच करवायी जाए।

Advertisment

कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने सोमवार को संसद भवन में पार्टी के संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिजली मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उपक्रमों को मिलाकर एक संयुक्त उद्यम एनर्जी एफिशियेंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) बनाया गया था। इस उद्यम का उद्येश्य देशभर में एलईडी बल्बों के प्रयोग को बढ़ावा देना है।

उन्होंने कहा कि राजग सरकार के शासन काल में ईईएसएल भ्रष्टाचार का एक मंच बन गयी है। ईईएसएल निविदा प्रक्रिया के मामले में वित्त मंत्रालय और सतर्कता आयोग के मानकों एवं निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए अपनी निजी वेबसाइट पर निविदाएं मंगा रही है।

ये भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से पूछा, जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यक कौन?

उन्होंने इसमें 20 हजार करोड़ रूपये का घोटाला होने का आरोप लगाते हुए उच्चतम न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से इसकी जांच कराने की मांग की।

गोहिल ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेक इन इंडिया जैसी पहल करने का दावा कर रहे हैं वहीं ईईएसएल चीन और ताइवान के बने एलईडी लगा रही है। उन्होंने कहा कि दोयम दर्जे के एलईडी लगाने से लोगों के स्वास्थ्य विशेषकर आंखों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

और पढ़ें: यूपी विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति रविन्द्र सिंह ने दिया इस्तीफा

गोहिल ने कहा कि माना जाता है कि एलईडी लगाने पर बिजली के खर्च में करीब 50 प्रतिशत की कमी आती है। बिजली के बिल में जो कमी आती है उसका कुछ हिस्सा ईईएसएल को मिलता है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने नवसारी नगर निगम से इस बारे में जानकारी एकत्र की। इसके तहत यह पाया गया कि वहां ईईएसएल द्वारा एलईडी लगवाये जाने के बाद भी बिजली का बिल लगातार बढ़ता गया। उन्होंने कहा कि यदि एलईडी की गुणवत्ता अच्छी न हो तो बिजली का बिल कम होने के बजाय बढ़ता है।

और पढ़ें: ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियाई छात्रों पर हमला, सुषमा स्वराज ने राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट

HIGHLIGHTS

  • ईईएसएल चीन और ताइवान के बने एलईडी लगा रही है।
  • गोहिल ने कहा कि माना जाता है कि एलईडी लगाने पर बिजली के खर्च में करीब 50 प्रतिशत की कमी आती है।

Source : New State

PM modi congress LED scam
      
Advertisment