महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने मंगलवार को गोवा में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से करते हुए कहा कि पार्टी का राज्य नेतृत्व निर्णय लेने में असमर्थ है और राज्य से संबंधित निर्णय लेने के लिए पूरी तरह से अपने केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर है।
चुनावी राज्य में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने संसद में प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि भाजपा अपनी सुविधा के लिए वंश कार्ड का उपयोग कर रही है।
चव्हाण ने कहा, गोवा में पिछले 10 वर्षों के भाजपा शासन का सामान्य रवैया हमने देखा है कि सब कुछ केंद्रीकृत है और केंद्रीय नेतृत्व गोवा के लोगों की आकांक्षाओं, गोवा से संबंधित स्थानीय मुद्दों को तय करता है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, गोवा की प्राथमिकताएं यहां तय नहीं होतीं, कुछ लोगों के इशारे पर केंद्र में तय होती हैं और वह मुद्दा है। यह ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह है, जो भारत के एक विशेष राज्य में व्यापार करती थी और सब कुछ ले गई। यही हो रहा है और इसलिए हम इस स्थानीय सरकार की तुलना ईआईसी से कर रहे हैं जिसे इंग्लैंड में बैठा मालिक कंट्रोल करता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आरोप पर कि वंशवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ी चुनौती है, जवाब में चव्हाण ने कहा, वंशवादी राजनीति शब्द का इस्तेमाल सुविधा के अनुसार किया जा रहा है। रिश्तेदार होना योग्यता या अयोग्यता नहीं हो सकता।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS