कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक जमीर अहमद खान ने शुक्रवार को कहा कि बेंगलुरु के चामराजपेट इलाके में ईदगाह मैदान हमेशा के लिए खेल का मैदान बना रहेगा। बयानों ने हिंदू कार्यकर्ताओं को हैरान कर दिया है, जो विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि ईदगाह मैदान को खेल का मैदान बना रहना चाहिए।
विधायक जमीर ने बेंगलुरु में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, कोई यह नहीं कह रहा है कि वे ईदगाह मैदान में बच्चों को खेलने नहीं देंगे। मेरी आखिरी सांस तक ईदगाह मैदान खेल का मैदान बना रहेगा।
जमीर ने पूछा कि सभी ने मांग की कि खेल के मैदान को संरक्षित किया जाना चाहिए। खेल का मैदान कहां गया है? इसे हटाने की कोशिश किसने की है? क्या विधायक, बीबीएमपी या वक्फ बोर्ड ने कहा है कि खेल का मैदान यहां खत्म हो जाएगा?
यह खेल के मैदान के रूप में रहेगा। 1871 से इसे ईदगाह मैदान के रूप में मान्यता दी गई है। विधायक जमीर ने लोगों की इस मांग पर सहमति जताई कि ईदगाह मैदान को खेल का मैदान बनाया जाए। उन्होंने विरोध करने वालों को ईदगाह मैदान में एक साथ भारतीय ध्वज फहराने के लिए भी आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा, भाजपा सांसद और पूर्व पार्षद निमंत्रण के बावजूद कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इस साल से चामराजपेट ईदगाह मैदान मैदान में तिरंगा फहराया जाएगा। मैं अपने लोगों की बात सुनूंगा। मैं उनका नौकर हूं।
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Source : IANS