असम कांग्रेस ने संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों के चल रहे परिसीमन अभ्यास के संबंध में स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य का दौरा कर रहे चुनाव आयोग (ईसी) की टीम से मिलने से इनकार कर दिया है।
असम प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने पहले मुख्य चुनाव आयुक्त को राज्य में परिसीमन अभ्यास में कई खामियों के बारे में सूचित किया था। कई बार याद दिलाने के बावजूद चुनाव आयोग ने इसका जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा, मैंने 4 मार्च को दिल्ली में सीईसी राजीव कुमार से मुलाकात की और चल रहे परिसीमन अभ्यास में खामियों के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने लिखित जवाब देने का वादा किया। हमने बैठक के बाद कई फॉलो-अप रिमाइंडर भेजे, लेकिन अभी तक जवाब नहीं दिया।
कांग्रेस नेता ने परिसीमन पर अपने विचार रखने के लिए राजनीतिक दलों को आवंटित समय पर भी सवाल उठाया है।
बोराह ने कहा, ग्यारह राजनीतिक दलों को चुनाव आयोग की टीम से मिलने के लिए 3 घंटे का समय दिया गया था, जिसका मतलब है कि हममें से प्रत्येक के पास अपने विचार व्यक्त करने के लिए मुश्किल से 15-20 मिनट से अधिक का समय था।
असम कांग्रेस प्रमुख के मुताबिक इन्हीं कारणों से उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग की टीम के साथ सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस परिसीमन के खिलाफ नहीं है।
बोराह ने कहा, हम परिसीमन के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन चुनाव आयोग को हमारी चिंताओं को दूर करना चाहिए। यह निर्णय लिया गया है कि जब तक हमें अपने पहले के ज्ञापन का लिखित जवाब नहीं मिलता, हम चुनाव आयोग की टीम से नहीं मिलेंगे।
परिसीमन को लेकर सभी हितधारकों से मिलने के लिए चुनाव आयोग की टीम रविवार शाम गुवाहाटी पहुंची। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे और अरुण गोयल, और अन्य ईसीआई अधिकारी चल रहे परिसीमन अभ्यास के बारे में जमीनी हकीकत और हितधारकों और आम जनता की अपेक्षाओं को जानेंगे।
इस दौरे के दौरान आयोग परिसीमन की कवायद को लेकर राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों, नागरिक समाज के सदस्यों और सामाजिक संगठनों से बातचीत करेगा।
वे राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों सहित राज्य प्रशासन के अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।
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Source : IANS