कांग्रेस के चिंतन शिविर के लिए बनाई गई छह कमेटी के सदस्यों ने प्रस्ताव पर काम शुरू करने से पहले मंगलवार को कांग्रेस वॉर रूम में बैठक की।
करीब एक घंटे चली इस बैठक में कृषि, राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण, संगठनात्मक, युवा सशक्तिकरण के मुद्दे पर चर्चा के लिए इन कमेटियों के संयोजक सदस्य मौजूद रहे। अब विस्तृत चर्चा के लिए सभी कमेटियों की अलग-अलग बैठकें आयोजित की जाएंगी। इसके आधार पर प्रस्ताव तैयार करने के लिए रिपोर्ट बनाई जाएगी।
मंगलवार को आयोजित इस बैठक में मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, के.सी. वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, अंबिका सोनी और रणदीप सुरजेवाला सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस 9 साल बाद राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन करने जा रही है, जो 13,14 और 15 मई को होगा। शिविर में किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को सोमवार को संयोजक नियुक्त किया था, जबकि छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता सी.एस. देव सिंह, दिल्ली प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, नाना पटोले, प्रताप सिंह बाजवा, अखिलेश प्रताप सिंह, अजय कुमार लल्लू, अरुण यादव और गीता कोर को शामिल किया गया।
इसी तरह, राजनीतिक प्रस्ताव पर विशेष रिपोर्ट के लिए राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मलिकार्जुन खड़गे के सहयोजन में कमेटी बनाई गई है। गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर, उत्तम कुमार रेड्डी, गौरव गोगोई रागिनी नायक, पवन खेड़ा सप्तगिरि शंकर को इसमें सदस्य नियुक्त किया है। वहीं आर्थिक प्रस्तावों के लिए एक अन्य कमेटी बनाई गई है, जिसमें पी चिदंबरम को संयोजक नियुक्त किया गया है और सचिन पायलट, सिद्धारमैया, आंनद शर्मा, मनीष तिवारी, परिणीति शिंदे, राजीव घोड़ा, गौरव वल्लभ, सुप्रिया श्रीनेत सदस्य हैं।
वहीं, सामाजिक सशक्तिकरण को लेकर बनी कमेटी में सलमान खुर्शीद, मीरा कुमार, दिग्विजय सिंह, कुमारी शैलजा, सुखविंदर सिंह बाजवा, नबाम टुकी, के राजू को शामिल किया गया है। संगठनात्मक संबंधी प्रस्ताव के लिए बनी कमेटी में मुकुल वासनिक संयोजक है और अजय माकन, अधीर रंजन चौधरी, रणदीप सुरजेवाला, नेट्टा डिसूजा, मीनाक्षी नटराजन को सदस्य नियुक्त किया गया।
राजस्थान में कांग्रेस का ये राष्ट्रीय चिंतन शिविर 13 से 15 मई तक प्रस्तावित है। चिंतन शिविर में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। इस चिंतन शिविर में कांग्रेस के सभी सांसदों और विधायकों को बुलाया गया है। साथ ही पार्टी के पदाधिकारियों और सभी राज्यों से 400 सक्रिय कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रण भेजा गया है।
शिविर में मिशन 2024 के तहत कांग्रेस के एक्शन प्लान के बारे में सभी को जानकारी दी जाएगी। अब तक कांग्रेस पार्टी से चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर इस पर चर्चा कर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने से इनकार कर दिया है। ऐसे में पावर एक्शन प्लान को कांग्रेस सदस्य इस प्रस्ताव को तैयार करेंगे। वहीं पांच राज्यों की हार के बाद तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं व कार्यकर्ताओं से हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी। साथ ही, कांग्रेस गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ ही अगले वर्ष होने वाले कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनाएगी।
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Source : IANS