कांग्रेस की बिहार इकाई के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लगातार तीन दिनों तक पूछताछ कर पार्टी नेता राहुल गांधी को अनावश्यक परेशान करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विरोध में एक ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, सीएलपी नेता अजीत शर्मा और अन्य वरिष्ठ नेता कर रहे थे।
झा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, ईडी भाजपा के निर्देश पर हमारे नेता राहुल गांधी को निशाना बना रहा है। भाजपा दबाव बनाने के लिए बदले की राजनीति कर रही है.. भगवा पार्टी ईडी अधिकारियों के जरिए हमारे नेता को अपमानित कर रही है। हमारे नेता राहुल गांधी और हम अंत तक लड़ेंगे।
उन्होंने कहा, ईडी के अधिकारी राहुल गांधी को बेवजह शिकार बना रहे हैं। उन पर लगाए गए आरोप निराधार और राजनीति से प्रेरित हैं और ईडी के अधिकारी पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर काम कर रहे हैं।
झा ने कहा, जैसा कि (महात्मा) गांधीजी ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सच्चाई के लिए लड़ रहे थे, हम नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ भी इसी तरह की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने शिकायत की कि ईडी राहुल गांधी को बार-बार बुला रहा है, जैसे वह कोई बड़ा अपराधी हों।
झा ने कहा, हर कोई जानता है कि वह किस परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके परिवार ने देश के लिए कितना बलिदान दिया है। हमारी नेता सोनिया गांधी ने दो बार प्रधानमंत्री पद लेने से इनकार कर दिया। अगर ऐसा परिवार जो दो बार पीएम पद लेने से इनकार करता है, वह वंशवाद की राजनीति कैसे कर सकता है? राहुल गांधी यूपीए सरकार के दौरान आसानी से कोई भी मंत्रालय संभाल सकते थे, लेकिन उन्होंने मंत्री पद नहीं लिया। एनडीए सरकार जानबूझकर हमारी नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को परेशान कर रही है।
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Source : IANS