अमित शाह ने कश्मीरी डेलिगेशन को दिया भरोसा- 15 से 20 दिन में संचार व्यवस्था हो जाएगी बहाल

गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कश्मीरी प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया है कि अगले दो हफ्ते में घाटी में मोबाइल और इंटरनेट की सेवाएं सामान्य हो जाएंगी.

गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कश्मीरी प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया है कि अगले दो हफ्ते में घाटी में मोबाइल और इंटरनेट की सेवाएं सामान्य हो जाएंगी.

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Deepak Pandey
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अमित शाह ने कश्मीरी डेलिगेशन को दिया भरोसा- 15 से 20 दिन में संचार व्यवस्था हो जाएगी बहाल

कश्मीरी डेलीगेशन से मुलाकात करते गृहमंत्री अमित शाह (ANI)

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से आर्टिकल-370 (Article 370) हटने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद से घाटी में धीरे-धीरे अब हालात सामान्य हो रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कश्मीरी प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया है कि अगले दो हफ्ते में घाटी में मोबाइल और इंटरनेट की सेवाएं सामान्य हो जाएंगी. इस बीच मोदी सरकार ने ऐलान किया कि पंच और सरपंच को 2-2 लाख का बीमा मिलेगा.

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गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कश्मीर के 22 गांव के पंच और सरपंचों के डेलीगेशन से मुलाकात की. ये वहीं लोग थे जो आतंकवादियों की धमकियों के बाद भी पंचायत चुनाव लड़े. इस डेलीगेशन में 100 लोग शामिल रहे. डेलीगेशन में जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के प्रतिनिधि शामिल रहे. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद अमित शाह ने पहली बार घाटी के डेलीगेशन से मुलाकात की है. इसके अलावा ही इस बैठक में गृह मंत्रालय के कई अफसर भी शामिल रहे.

मुलाकात के दौरान गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने ऐलान किया है कि जल्द ही पंच और सरपंच को दो लाख का बीमा मिलेगा. घाटी में 15 से 20 दिन में संचार व्यवस्था बहाल हो जाएगी. अनुच्छेद हटने के बाद 73 कानून लागू होंगे.

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बता दें कि पिछले हफ्ते पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में विकास की पहलों पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्रियों से क्षेत्र के लिए योजनाओं और परियोजनाओं पर काम करने के लिए कहा था. इसके साथ ही उन्होंने राज्य के उन अधिकारियों और छात्रों के साथ संवाद कायम करने का भी आह्वान किया जो मौजूदा समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में रह रहे हैं.

पांच अगस्त को केंद्र सरकार की ओर से आर्टिकल-370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म कर जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था. फिलहाल, घाटी के 90 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सों में दिन में प्रतिबंध नहीं हैं और स्थिति में सुधार को देखते हुए 92 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है. निजी वाहन सड़क पर चल रहे हैं. कुछ इलाकों में ऑटो रिक्शा और एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाली कैब भी चल रही है. घाटी के ज्यादातर क्षेत्रों से अवरोधक हटा दिए गए हैं, लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल तैनात रखे गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि घाटी में 95 टेलीफोन एक्सचेंजों में से 76 में लैंडलाइन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. ये सेवा कारोबारी क्षेत्र लाल चौक और प्रेस एन्क्लेव में अब भी बंद है.

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