logo-image

लोकसभा में हंगामे की जांच के लिए कमेटी गठित, स्पीकर होंगे कमेटी के अध्यक्ष

लोकसभा में 2 मार्च से 5 मार्च तक हुए हंगामे की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. इस कमेटी में सभी दलों के सदस्य होंगे. इस कमेटी के अध्यक्ष लोकसभा के स्पीकर होंगे.

Updated on: 06 Mar 2020, 12:52 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा में 2 मार्च से 5 मार्च तक हुए हंगामे की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. इस कमेटी में सभी दलों के सदस्य होंगे. इस कमेटी के अध्यक्ष लोकसभा के स्पीकर होंगे. दरअसल लोकसभा में विपक्षी दलों द्वारा लगातार हंगामा किया जा रहा है. विपक्ष के कई सांसदों द्वारा हंगामा और धक्का मुक्की से नाराज लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कड़ा फैसला लिया. ओम बिरला ने लोकसभा से कांग्रेस के साथ सांसदों को सस्पेंड कर दिया है. दोनों सदनों में विपक्ष के दिल्ली हिंसा पर हंगामे की वजह से सदन नहीं चल पाए. जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है वे स्पीकर की कुर्सी के बेहद करीब आकर नारेबाजी कर रहे थे और पोस्टर दिखा रहे थे.

यह भी पढ़ेंः मध्यप्रदेश में अब बीजेपी का खेल बिगाड़ने की तैयारी में कांग्रेस, कमलनाथ ने खेला तुरूप का इक्‍का

किन सासंदों को किया गया सस्पेंड
कांग्रेस के जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है उसमें गौरव गोगोई, टीएन प्रथपन, डीन कुरीकोस, आर उन्नीथन, मनिकम टैगोर, बेनी बेहन और गुरजीत सिंह औजला का नाम शामिल हैं.

यह भी पढ़ेंः राज्यसभा चुनाव: शिबू सोरेन होंगे झामुमो के उम्मीदवार, दूसरी सीट पर नाम तय नहीं

दरअसल गुरुवार सुबह पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने ओम बिरला का जिक्र भी किया था. उन्होंने कहा था, 'पिछले तीन दिनों से जिस प्रकार से सदन में कामकाज को बाधित किया जा रहा है, उससे लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) दुखी हैं, पूरा देश दुखी है.’ महताब ने कहा था कि दिल्ली दंगे का मुद्दा है, कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति का मुद्दा है, इस पर चर्चा हो. लेकिन जिस प्रकार से सदन को बाधित किया जा रहा है, उससे किसी का फायदा नहीं होने वाला है. वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि तीन चौथाई सदस्य चाहते हैं कि सदन सुचारू रूप से चले और कुछ सदस्य कार्यवाही बाधित कर रहे हैं.