अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान अपनी जमीन से ऑपरेट कर रहे आतंकी संगठनों के खात्मे के लिये साथ आएगा।
इधर खबर आ रही है कि पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ मिलिटरी और खुफिया जानकारी साझा करने के समझौते को रद्द कर दिया है। पाकिस्तान ने ये फैसला तब लिया जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि पाकिस्तान से सिर्फ 'झूठ और धोखा' मिला है और साथ ही उसे दी जाने वाली सहायता राशि को रोक दिया।
अमेरिका के उप विदेशमंत्री स्टीव गोल्डस्टीन से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'भविष्य में पाकिस्तान से सहयोग मिलते रहने की हमें उम्मीद है।'
उन्होंने कहा, 'सभी आतंकियों को खत्म करने के लिये हम पाकिस्तान के साथ काम करने के लिये तैयार हैं अगर वो आतंकी संगठनों जैसे हक्कानी नेटवर्क और तालिबान को खत्म करने के लिये अपनी इच्छा जाहिर करेगा।'
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उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को अपने रुख के बारे में बता दिया है।
उन्होंने कहा, 'हम चाहेंगे कि पाकिस्तान साथ आए और हमारी इस कोशिश में साथ दे।'
गुरुवार को अमेरिका ने घोषणा की थी कि वो पाकिस्तान को मिलिटरी उपकरण और सुरक्षा से संबंधित फंड मुहैया नहीं करवाएगा।
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Source : News Nation Bureau