दिल्ली में अप्रैल माह के दौरान सभी कक्षाओं के छात्रों हेतु स्कूल एक बार फिर से खुल गए हैं। नए सत्र यानी 2022-23 में स्कूलों में दो फेज के एक्शन प्लान को लागू किया जाएगा। दरअसल कई छात्र 2 साल के लंबे अंतराल के बाद स्कूल पहुंचे हैं। ऐसे में शिक्षा निदेशालय का कहना है कि एकदम से पढ़ाई का बोझ डालने के बजाय पहले छात्रों को स्कूल आने की प्रक्रिया के प्रति सहज बनाना है।
सोमवार से अधिकांश स्कूलों में सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खुले हैं। हालांकि कक्षा 9 से ऊपर तक के सभी बच्चों के लिए स्कूल रिओपनिंग पहले ही हो चुकी थी, लेकिन अधिकांश स्कूलों में नए सत्र का यह पहला दिन रहा। इनमें कई बच्चे ऐसे भी रहे जो 2 साल के लंबे अंतराल के उपरांत स्कूल पहुंचे हैं।
एयर फोर्स बाल भारती में पांचवी कक्षा के छात्र अनिकेत का कहना है कि वह अपने स्कूल का माहौल और क्लासरूम को लगभग भूल ही चुके थे। अनिकेत ने कक्षा तीन और चार घर पर रहते ही ऑनलाइन पास की है। ऐसे में सीधे कक्षा 5 में पहुंचने के बाद स्कूल का पहला दिन उसके लिए बेहद उत्साहवर्धक रहा।
सोमवार को दिल्ली के लगभग सभी स्कूलों में इसी प्रकार का माहौल रहा। सुबह बड़ी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए पहुंचे। दरियागंज स्थित एक सरकारी स्कूल में साथ पढ़ने वाले सातवीं कक्षा के छात्र दिव्यांश ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई सिर्फ पढ़ने का एक साधन है जबकि स्कूल आना एक अलग ही अनुभव है। छात्रों का कहना है कि अब स्कूल फिर से बंद नहीं होने चाहिए।
वहीं दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय के मुताबिक पहले फेज का कार्यक्रम 10 अप्रैल तक होगा। इसमें स्कूल स्तर पर मिशन बुनियाद से जुड़े शिक्षकों को री-फ्रेशर ट्रेनिंग दी जाएगी। कक्षा तीसरी से 9वीं तक के सभी विद्यार्थियों का बेसलाइन असेसमेंट होगा। अभिभावकों को मिशन बुनियाद के बारे में अवगत कराने और बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए अप्रैल के पहले सप्ताह में मेगा पीटीएम का आयोजन किया जाएगा।
स्कूल का पूरा समय कई गतिविधियों के लिए आवंटित किया जाएगा जिसमें पढ़ने, लिखने और अंक गणित के लिए मिशन बुनियाद कक्षा, हैप्पीनेस क्लास, पिछली वर्कशीट का रिवीजन और लाइब्रेरी व रीडिंग पीरियड होगा।
शिक्षा निदेशालय के मुताबिक फेज दो 11 अप्रैल से 15 जून तक चलेगा। इसमें मिशन बुनियाद और हैप्पीनेस क्लासेस होंगी।
फेज 2 के शेड्यूल के अंतर्गत सुबह और जनरल शिफ्ट के स्कूलों में सुबह और इवनिंग शिफ्ट के स्कूलों में शाम को हैप्पीनेस क्लास के लिए 30 मिनट, हिंदी पढ़ने-लिखने के लिए 45 मिनट और बेसिक मैथ के लिए 45 मिनट का समय रहेगा।
प्रोग्रेस ट्रैक करने के लिए हर शनिवार को मूल्यांकन होगा। वर्कशीट के माध्यम से छात्रों को पिछली कक्षाओं के अकेडमिक कॉन्सेप्ट्स से जोड़ने के लिए कैच-अप सेशन आयोजित किए जाएंगे।
शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने स्कूलों के सभी स्कूल प्रमुखों व डीओई के साथ समीक्षा बैठक की और उन्हें शैक्षणिक सत्र 2022-23 की पहली तिमाही में विशेष रूप से विद्यार्थियों के भावनात्मक वेल-बीइंग और आधारभूत कौशल पर ध्यान देने का निर्देश दिया है।
शिक्षा निदेशक ने कहा कि प्रत्येक बच्चे के लिए न केवल आधारभूत कौशल को फिर से वापस लाया जाएगा, बल्कि विषयों को लेने से पहले वैचारिक स्पष्टता का निर्माण करने का अवसर देने के लिए कक्षावार पाठ्यक्रम को कम किया जाएगा।
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Source : IANS