logo-image

कोयला घोटाला : सीबीआई के सामने पेश हुए TMC नेता अभिषेक की साली के परिजन

 इस बीच, जांच एजेंसी ने तृणमूल कांग्रेस के नेता और पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से पूछताछ की तारीख 23 मार्च के लिए टाल दी है. इससे पहले, एजेंसी ने 15 मार्च को पूछताछ के लिए आईकोर चिट फंड घोटाले के सिलसिले में तृणमूल नेता को तलब किया था.

Updated on: 15 Mar 2021, 08:01 PM

highlights

  • अभिषेक बनर्जी की साली के परिजनों से पूछताछ
  • कोयला घोटाले में सीबीआई ने की पूछताछ
  • सीएम ममता के भतीजे हैं अभिषेक बनर्जी

नई दिल्ली:

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की साली मेनका गंभीर के परिवार के सदस्य केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा किए जा रहे करोड़ों के कोयला घोटाले में अपने बयान दर्ज कराने के लिए सोमवार को सीबीआई के समक्ष पेश हुए. मेनका गंभीर के ससुर पवन अरोड़ा और उनके पति अंकुश अरोड़ा सीबीआई के सामने पेश हुए. इस बीच, जांच एजेंसी ने तृणमूल कांग्रेस के नेता और पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से पूछताछ की तारीख 23 मार्च के लिए टाल दी है. इससे पहले, एजेंसी ने 15 मार्च को पूछताछ के लिए आईकोर चिट फंड घोटाले के सिलसिले में तृणमूल नेता को तलब किया था.

जांच से जुड़े सीबीआई के एक सूत्र ने मीडिया से बातचीत में बताया, अंकुश और पवन को यहां हमारे कार्यालय में सीबीआई अधिकारियों के सामने पेश किया गया. उन्होंने कहा कि मामले के संबंध में एजेंसी द्वारा उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं. पिछले महीने सीबीआई ने इस मामले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी और उनकी बहन मेनका गंभीर का बयान दर्ज किया था.

अभिषेक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे हैं. सीबीआई ने अनूप मझी उर्फ लाला, ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के जनरल मैनेजर अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, क्षेत्र के पुलिस निरीक्षक कुनुस्तोरिया धनंजय राय, और एसएसआई व कजोरा क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ पिछले साल नवंबर में मामला दर्ज किया था.

26 फरवरी को सीबीआई ने कोलकाता में एक व्यवसायी के परिसर की तलाशी ली और 19 फरवरी को एजेंसी ने कोयला माफिया जयदेव मंडल के परिसर सहित पश्चिम बंगाल के चार जिलों में 13 स्थानों पर तलाशी ली. कोयला घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के 45 स्थानों पर पिछले साल 28 नवंबर को सीबीआई ने छापे मारे थे. सीबीआई ने दिसंबर 2018 में मामले के संबंध में एक प्रमुख बांग्ला दैनिक के संपादक सुमन चट्टोपाध्याय को गिरफ्तार किया था. पश्चिम बंगाल विधानसभा के 294 सदस्यों के लिए मतदान आठ चरणों में होगा - 27 मार्च, 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को और परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे.