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कोयला तस्करी मामला : ईडी ने बंगाल के एडीजी ज्ञानवंत सिंह से की पूछताछ

कोयला तस्करी मामला : ईडी ने बंगाल के एडीजी ज्ञानवंत सिंह से की पूछताछ

Updated on: 24 Sep 2021, 10:55 PM

कोलकाता:

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को एजेंसी के नई दिल्ली कार्यालय में करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी मामले में राज्य आपराधिक जांच विभाग में एडीजी के पद पर तैनात पश्चिम बंगाल के आईपीएस अधिकारी ज्ञानवंत सिंह से पूछताछ की।

ईडी के सूत्रों ने कहा कि ज्ञानवंत सिंह से जांचकर्ताओं ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत पूछताछ की है।

ईडी के अधिकारियों का मानना है कि इस मामले में कुछ पुलिस अधिकारियों की संलिप्तता है और चूंकि ज्ञानवंत सिंह 2019 से 2021 के बीच एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) थे, जब तस्करी हुई थी, इसलिए जांचकर्ता सिंह से जानना चाहते हैं कि क्या उन्हें पश्चिम बंगाल के बीरभूम, पश्चिम बर्दवान, पुरुलिया और बांकुरा जिलों में हो रही कोयले की तस्करी की जानकारी थी और अगर उन्हें इसकी जानकारी थी तो तस्करों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई।

ईडी का यह भी दावा है कि राज्य के कुछ पुलिस अधिकारी, विशेष रूप से बांकुरा पुलिस स्टेशन के अधिकारी, आधिकारिक पुलिस वाहनों में नकदी के परिवहन में शामिल थे।

बांकुरा पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी अशोक मिश्रा को पहले ईडी ने गिरफ्तार किया था।

1993 बैच के आईपीएस अधिकारी ज्ञानवंत सिंह मार्च 2021 तक पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था की कमान संभाल रहे थे।

तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी और कानून मंत्री मोली घटक के बाद, सिंह कोयला घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी की रडार पर आने वाले चौथे व्यक्ति हैं। हालांकि रुजीरा बनर्जी ने दिल्ली जाने से इनकार कर दिया था और अभिषेक बनर्जी 6 सितंबर को नई दिल्ली में ईडी कार्यालय पहुंचे थे, जिनसे नौ घंटे तक पूछताछ की गई थी। अगले दिन उन्हें फिर बुलाया गया, लेकिन उन्होंने जाने से इनकार कर दिया। बाद में ईडी ने एक नया नोटिस जारी किया और उन्हें 21 सितंबर को पेश होने के लिए कहा, जिसे उन्होंने फिर से टाल दिया। वहीं घटक ने दूसरी बार भी पूछताछ से किनारा कर लिया।

पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत मामला, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की नवंबर, 2020 की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद ईडी द्वारा दायर किया गया था, जिसमें राज्य के ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है।

यह मामला आसनसोल और उसके आसपास राज्य के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये का कोयला चोरी घोटाले से जुड़ा है। स्थानीय अनूप मांझी उर्फ लाला इस मामले में मुख्य संदिग्ध है।

ईडी ने पहले दावा किया था कि घटक इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं। ईडी के सूत्रों के मुताबिक, जांचकर्ताओं ने इस सिलसिले में एक से ज्यादा लोगों से बात की है और इस संबंध में काफी जानकारी जुटाई है और कई बयान दर्ज किए हैं। इन पूछताछ में घटक का नाम कई मौकों पर सामने आया है। ईडी के अलावा सीबीआई भी कोयला घोटाले की जांच कर रही है।

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