स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने मुजफ्फनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों के मामले में बीजेपी के विधायक संगीत सिंह सोम को क्लीन चिट दी है। एसआईटी ने यह रिपोर्ट स्थानीय कोर्ट में दाखिल की है। इसमें यह बताया गया है कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं जिसमें यह साबित हो कि यह वीडियो संगीत सोम ने डाला था।
बता दें कि 2013 में फेसबुक पर एक वीडियो डाला गया था जिसके बाद मुजफ्फरनगर में साप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प में 62 लोगों की मौत हो गई थी। सोम पर यह आरोप है कि उन्होंने ही यह वीडियो फेसबुक पर डाला था।
एसआईटी के इंस्पेक्टर धर्मपाल त्यागी ने बताया कि ' हमने फेसबुक के हेडक्वार्टर को एक लेटर लिखकर संदीप सोम के अकाउंट की डिटेल मांगी थी। इस केस की क्लोजर रिपोर्ट इस हफ्ते के पहले ही सबमिट की जा सकती थी लेकिन हम फेसबुक के रिप्लाई का इंतजार कर रहे थे।
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जो कि हमारे लिए इस केस को सॉल्व करने में मददगार हो सकती थी। लेकिन फेसबुक हेडक्वार्टर से हमें डिटेल नहीं दी गई। क्लोजर रिपोर्ट को बिना सबूत के आधार पर फाइल किया गया है।'
प्राथमिक जांच में पाया गया है कि यह भड़काऊ वीडियो शिवम कुमार नाम के युवक ने यूट्यूब पर डाला था। इसके बाद कथित रूप से संगीत सोम के अकाउंट से शेयर किया गया था। इस केस में शहनवाज नाम के व्यक्ति का मर्डर अज्ञात लोगों ने किया था और इसकी मौत के बदले के रूप में दो युवकों सचिन और गौरव की हत्या का वीडियो वायरल किया गया था।
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कथित तौर पर यह वीडियो मुजफ्फनगर के कवल गांव का बताया गया था। यह वीडियो 2 साल पहले ही पोस्ट किया गया था और यह भी चांस है कि यह भारत के बाहर फिल्माया गया है। 29 अगस्त 2013 को सिटी कोतवाली थाना में सोम और कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस केस में 229 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई थी।
HIGHLIGHTS
- सबूतों की कमी से मिली क्लीन चिट
- दंगों में 62 लोगों की हुई थी मौत
Source : News Nation Bureau