Haryana: चरित्र शक में पिता ने चार बच्चों संग दी जान, ट्रेन के आगे कूदकर की खुदकुशी
राजस्थान : रवि प्रकाश मेहरड़ा को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार मिला
Kerala Lottery Result: केरल लॉटरी के पहले मनी प्राइज ने चौंकाया, एक करोड़ रुपये का पुरस्कार
दिल्ली जीएम 2025: सात्विक ने कैटेगरी 'बी' का खिताब जीता, नारायणन और अभिजीत कैटेगरी 'ए' में बराबर
कमिंस ने लॉर्ड्स में डब्ल्यूटीसी फाइनल में सलामी बल्लेबाज के रूप में लाबुशेन का समर्थन किया
पीएम मोदी ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से लिया फीडबैक, एकता का दिया संदेश : गुलाम अली खटाना
पीएम मोदी की सांसदों से मुलाकात सौहार्दपूर्ण, विपक्षी नेताओं में कोई नकारात्मकता नहीं : मनन मिश्रा
Pune News: दहेज प्रताड़ना से परेशान महिला ने की आत्महत्या, पति सहित ससुराल वाले गिरफ्तार
चार बच्चों संग पिता ने की आत्महत्या, पार्क घुमाने के बहाने ले गया था; पत्नी बोली- मुझ पर करता था शक

Citizenship Amendment Bill 2019 बुधवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा

बुधवार की दोपहर 2 बजे इस बिल को राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया जाएगा.

बुधवार की दोपहर 2 बजे इस बिल को राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया जाएगा.

author-image
Ravindra Singh
एडिट
New Update
Only 10 hours of work was done in the Rajya Sabha in two weeks

संसद( Photo Credit : फाइल)

नागरिकता संशोधन विधेयक बिल 2019 (Citizenship Amendment Bill 2019) लोकसभा से पास हो गया है लोकसभा में इस बिल के पक्ष में 311 वोट पड़े तो वहीं विपक्ष में 80 वोट पड़े. अब बुधवार की दोपहर 2 बजे इस बिल को राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया जाएगा. इस बिल को लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी गृहमंत्री अमित शाह पेश करेंगे. इसके पहले सोमवार की देर रात लगातार 7 घंटों तक लोकसभा में सवाल जवाब के बाद इस बिल को लोकसभा से पास किया गया. 

Advertisment

आपको बता दें कि 7 घंटों से ज्यादा बहस के बाद नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा से सोमवार को मंजूरी मिल गई थी. इस बिल को लागू करने के लिए लोकसभा की कार्यवाही देर रात तक चलायी गयी. लोकसभा की कार्यवाही के दौरान इस बिल के समर्थन में 311 वोट पड़े, जबकि 80 सांसदों ने इस बिल के खिलाफ वोटिंग की है. इस बिल में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत में आए शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रस्ताव है. इसके अलावा इस बिल में इन तीनों देशों से आने वाले हिंदू, सिख, पारसी, जैन, और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को भी नागरिकता देने का प्रस्ताव है. 

सदन में शिवसेना, शिरोमणि अकालीदल जनता दल यूनाइटेड, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस जैसे दल इस बिल के समर्थन में आए और इनके समर्थन में आने के बाद इस बिल के उच्च सदन में भी आसानी से पास होने की संभावना बढ़ गई है. इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि यह विधेयक लाखों करोड़ों शरणार्थियों को यातना से मुक्ति देगा, उन्होंने कहा कि यह बिल किसी समुदाय विशेष के लिए नहीं है बल्कि अल्पसंख्यकों के लिए है.

गृहमंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की संख्या में आई कमी के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश पर भी निशाना साधा है. शाह ने कहा कि 1947 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत तक थी, लेकिन साल 2011 तक ये घटकर 3.7 प्रतिशत हो गई. वहीं बांग्लादेश में 1947 में अल्पसंख्यकों की आबादी 22 प्रतिशत थी, लेकिन 2011 में यह घटकर 7.8 फीसदी ही रह गई. आखिर इन देशों में अल्पसंख्यक कहां चले गए. अमित शाह ने कहा इन देशों के अल्पसंख्यक या तो मार दिए गए भगा दिए गए या फिर धर्मांतरण हो गए. आखिर इसमें उनका क्या दोष था कि वो अल्पसंख्यक हैं. हम चाहते हैं कि इन लोगों का सम्मान बना रहे.

धर्म के आधार पर हुआ देश का बंटवारा जिसकी वजह से लाना पड़ा बिल
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अच्छा तो यह होता कि इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर न होता. ऐसा न होता तो फिर यह बिल लाने की जरूरत ही न पड़ती. धर्म के आधार पर विभाजन हुआ, जहां मुस्लिम भाई अधिक थे वह पाकिस्तान बना. फिर पाकिस्तान में भी विभाजन हुआ और एक हिस्सा बांग्लादेश में तब्दील हुआ. लेकिन इस बीच एक विभीषिका आई और लाखों लोगों को यातना झेलनी पड़ी.

पाकिस्तान-बांग्लादेश से कहां गायब हुए अल्पसंख्यक
गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान और बांग्लादेश को समाने रखते हुए कहा कि 1947 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत थी, लेकिन 2011 में 3.7 प्रतिशत हो गई. बांग्लादेश में 47 में 22 प्रतिशत आबादी 22 प्रतिशत थी, लेकिन 2011 में यह 7.8 पर्सेंट हो गई. आखिर ये लोग कहां चले गए या तो मार दिए गए. भगा दिए गए या फिर धर्मांतरण हो गए. आखिर उनका क्या दोष था. हम चाहते हैं कि इन लोगों का सम्मान बना रहे. कहा जा रहा है कि भारत हिंदू राष्ट्र बनने जा रहा है.

यह भी पढ़ें-अलर्ट!1 फरवरी से महंगा हो सकता है रेल का सफर, इतने फीसदी तक बढ़ सकता है किराया

रोहिंग्याओं को भी निकाला जाएगा
अमित शाह ने कहा कि रोहिंग्या को भी कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा. म्यांमार सेक्युलर देश है और रोहिंग्या बांग्लादेश से होते हुए यहां आना चाहते हैं. मैं यह स्पष्ट कर दूं कि उन्हें कभी भी भारत में स्वीकार नहीं किया जाएगा.

यह भी पढ़ें-अनुच्छेद-370 की बहाली तक नेशनल कांफ्रेंस राजनीति में हिस्सा नहीं लेगी

मुसलमानों से नहीं नफरत
शाह ने लोकसभा में विपक्ष के सवालों पर कहा कि हमें मुसलमानों से कोई नफरत नहीं है. इस देश के किसी मुसलमान का इस विधेयक से कोई वास्ता नहीं है.कांग्रेस देश में ऐसी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है जिसकी केरल में सहयोगी मुस्लिम लीग है और महाराष्ट्र में शिवसेना उसकी सहयोगी है .

Source : न्‍यूज स्‍टेट ब्‍यूरो

Citizenship Amendment Bill 2019 Home Minister Amit Shah Citizenship Amendment Bill News rajya-sabha
      
Advertisment