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आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के लिए ₹1600 करोड़ की मंजूरी, ABHA के जरिए पूरे देश में मिलेगी स्वास्थ्य सुविधा

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के National Roll-out हेतु आगामी 5 वर्षों के लिए ₹1600 करोड़ की मंज़ूरी देने हेतु PM Narendra Modi जी का धन्यवाद. अब भारत के नागरिक ABHA नंबर के जरिए

Updated on: 26 Feb 2022, 04:59 PM

highlights

  • आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के लिए 1600 करोड़ की मंजूरी
  • केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मिली मंजूरी
  • खास 'ABHA' नंबर से जुड़ेगा आपके हेल्थ का डाटा

नई दिल्ली:

भारत सरकार ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन आगामी 5 वर्षों में पूरे देश में लागू करने के लिए ₹1600 करोड़ की मंज़ूरी दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अगले 5 सालों में पूरे देश के लिए आभा नंबर जारी होंगे. ये एक केंद्रीय डाटा सेंटर से जुड़ा होगा, जिसमें व्यक्ति की सारी जानकारियां होंगी. इस योजना के तहत पूरे देश में भारतीय नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं सिर्फ एक कार्ड के जरिए मिल सकेंगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने इसके लिए अगले 5 सालों तक 1600 करोड़ रुपये खर्च होने की बात कही है, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को इसके लिए शुक्रिया भी कहा है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वास्थ्य मंत्री ने कहा शुक्रिया

डॉ मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बात की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, 'आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के National Roll-out हेतु आगामी 5 वर्षों के लिए ₹1600 करोड़ की मंज़ूरी देने हेतु PM Narendra Modi जी का धन्यवाद. अब भारत के नागरिक ABHA नंबर के जरिए अपने हेल्थ रिकॉर्ड एक जगह रख पायंगे. ABHA नंबर त्वरित तथा quality हेल्थकेयर के लिए उपयोगी साबित होगा. आयुष्मान भारत हेल्थ काउंट नंबर (ABHA Number) देश में डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम को मज़बूत करेगा. अब देशवासी डिजिटल तरीक़े से कही भी अपने हेल्थ रिकॉर्ड को Access कर पाएंगे.'

कुछ इस तरह से काम करेगी ABHA

जानकारी के मुताबिक, नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission -ABDM) को लागू करने वाली एजेंसी के तौर पर काम करेगी. भारत सरकार का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को पूरे देश में लागू कर रहा है. सरकार ने माना है कि अभी तक डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं पूरे देश के हेल्थकेयर इकोसिस्टम लिए बेहद उपयोगी साबित हुई हैं. जिसमें कोविन, आरोग्य सेतु और ईसंजीवनी जैसी सेवाओं ने ये बात साबित की है कि डिजिटलीकरण हेल्थकेयर सेक्टर के लिए बेहद अहम साबित हुआ है. हालांकि इसे और भी बेहतर बनाने की संभावनाएं हैं. सरकार ने इस बात पर भरोसा जताया है कि जिस तरह से जन धन, आधार और मोबाइल (JAM) का संगम लोगों के लिए बेहतर साबित हुआ है, वैसे ही आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission) स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित होगा. 

पायलट प्रोजेक्ट पूरा, अब सभी भारतीयों को मिलेगी ये सुविधा

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के साथ लोग अपने ABHA नंबर जेनरेट कर सकेंगे, जो उनके स्वास्थ्य का डिजिटल हिसाब-किताब रखेगा. इसका मतलब है कि किसी को कोई बीमारी है और उसका इलाज चल रहा है तो ABHA नंबर में उसके स्वास्थ्य का डाटा फीड रहेगा. इससे इमरजेंसी की स्थिति में व्यक्ति के इलाज से लेकर हर तरह की सावधानी बरतने में डॉक्टरों को आसानी होगी. भारत सरकार ने पॉयलट प्रोजेक्ट के तहत 6 केंद्र शासित प्रदेशों में इसकी शुरुआत की थी. ये केंद्रशासित प्रदेश हैं-लद्दाख, चंडीगढ़, दादरा एवं नागर हवेली, दमन एवं दीव, पुड्डुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्ष्यद्वीप. जो बेहद सफल रहा. इसके तहत 24 फरवरी 2022 तक 17,33,69,087 Ayushman Bharat Health Accounts (आभा) बनाए जा चुके हैं. इसके अलावा इससे 10,114 डॉक्टर और 17,319 स्वास्थ्य सेवा केंद्र भी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुड़ चुके हैं.