अपने ही साथियों पर गोलियां चलाने वाला CISF जवान था मानसिक रोगी!

बिहार के औरंगाबाद में अपने ही साथियों पर गोलियां चलाने वाला CISF का जवान मानसिक रोगी था। परिवार ने किया खुलासा कहा CISF को पहले भी दी थी जानकारी।

बिहार के औरंगाबाद में अपने ही साथियों पर गोलियां चलाने वाला CISF का जवान मानसिक रोगी था। परिवार ने किया खुलासा कहा CISF को पहले भी दी थी जानकारी।

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Shivani Bansal
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अपने ही साथियों पर गोलियां चलाने वाला CISF जवान था मानसिक रोगी!

(Image Source- ANI)

मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्यॉरिटी फोर्स का जवान बलबीर सिंह मानसिक रुप से बीमार था। जवान के परिवार ने खुद यह बात बताई है। जवान की मां ने कहा कि उन्होंने इस बारे में पहले ही अर्धसैनिक बल को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन उनकी बात को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।

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जवान की मां और उसके करीबियों का कहना था कि वो गुस्से में बेहद खतरनाक हो जाता था। बलबीर शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता भी है। वहीं CISF के मुताबिक उन्हें बलबीर की बीमारी की जानकारी नहीं थी और न ही विभाग के पास इसका कोई रिकॉर्ड है। बलबीर कभी भी CISF द्वारा हॉस्पीटल में इलाज के लिए नहीं आया था।

CISFने बताया कि बलबीर के खिलाफ अनुशासनहीनता का मामला कभी सामने नहीं आया बस एक बार 2010 में तय छुट्टी से ज़्यादा समय घर पर बिताने की बात पर उन्हें डांट पड़ी थी और इसके अलावा उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली।

वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट् के अनुसार बलबीर सिंह का इलाज दिल्ली के पटपड़गंज के मैक्स हेल्थकेयर में चल रहा था। हॉस्पीटल के सूत्रों के मुताबिक बलबीर सिंह मानसिक रुप से बीमार था और इससे पहले भी बलबीर का इलाज झारखंड में चल रहा था। बलबीर गुस्से में बेकाबू हो जाता था और बेकाबू बलबीर का संभालना मुश्किल हो जाता था।

यहीं नहीं, मिली जानकारी के मुताबिक 2011 में झारखंड के बोकारो में पोस्टिंग के दौरान भी एक बार बलबीर की हालत गंभीर हो गई थी। एक बार कार में कहीं जाते हुए अचानक बलबीर को गुस्सा आ गया और उसने ड्राइवर की गर्दन पकड़ ली थी ड्राइवर को बलबीर से छुड़ाते वक्त उसके रिश्तेदार को बलबीर का कान तक काटना पड़ा था।

2013 में भी एक बार उसने अपनी पत्नी के सिर पर राइफल तान कर उसे मारने की भी कोशिश की थी। कॉन्स्टेबल बलबीर ने सीआईएसएफ 2008 में जॉइन की थी। बलबीर की मां के मुताबिक CISF में नौकरी के बाद ही उसका मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा था और 2010 के करीब उसकी हालत खराब होनी शुरू हो गई थी। बलबीर की मां ने कहा कि उन्होंने इसकी जानकारी उन्होंने CISF को दी थी और उनसे अपील की थी कि उसे हथियार न दें। लेकिन उनकी बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।

गौरतलब है कि 12 जनवरी को CISF के अपने साथियों पर बलबीर सिंह ने गोलियां चला दी थीं। इस घटना में 4 जवानों की मौत हो गई थी और 2 गंभीर रुप से घायल हो गए थे। CISF के मुताबिक बलबीर सिंह को छुट्टी न देने की वजह से वह गुस्से में आ गया और ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगा।

इससे पहले CISF ने बलबीर को 10 नवंबर से 31 दिसंबर तक योग कोर्स भी करवाया था। मिलिटरी और पैरा-मिलिटरी में अक्सर घर से दूर रह रहे सैनिकों का तनाव दूर कराने के लिए योग का सहारा लेते हैं। इन घटनाक्रमों से लगता है कि CISF को भी बलबीर की बीमारी का अंदेशा था लेकिन अब CISF इस बात से इंकार कर रहा है।

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Source : News Nation Bureau

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