बिहार की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सांसद चिराग पासवान के नेतृत्व में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राज्य के राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि राज्य में प्रतिदिन हत्या, लूट, दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। दलितों एवं जनप्रतिनिधियों की हत्या में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है। ज्ञापन में बताया गया है कि हाल में ही लोजपा के आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल उरांव का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई। कटिहार नगर निगम के मेयर शिवाराज पासवान की हत्या कर दी गई।
ज्ञापन में कहा गया है कि बिहार के विभिन्न जिलों में भी अपराधियों द्वारा घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलितों की हत्या के बाद पीड़ित परिवारों में से एक आश्रित को नौकरी देने की घोषणा की गई थी, जो अब तक प्रदेश में लागू नहीं किया गया है।
ज्ञापन के अंत में राज्यपाल से अनुरोध किया गया है कि वे मुख्यमंत्री को अपनी घोषणा के मुताबिक पीड़ित परिवारों में से किसी एक को नौकरी देना सुनिश्चित करने का निर्देश दें।
इधर, चिराग ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता अभी आशीर्वाद यात्रा है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा लोजपा का नेता बताए जाने के संबंध में पूछे जाने पर चिराग ने राजद नेता का आभार जताते हुए कहा, मेरे अभिभावक अगर मुझे नेता मानते हैं तो इससे ज्यादा मेरे लिए गर्व की बात और क्या हो सकती है। लालू जी का और मेरे पिताजी का मधुर संबंध रहा है। दोनों ने बहुत दिनों तक साथ काम किया।
तेजस्वी के साथ जाने के संबंध में पूछे जाने पर चिराग ने स्पष्ट कहा कि अभी यह वक्त कहीं जाने का नहीं है। मैं अभी आशीर्वाद यात्रा पर हूं। मुझे पूरा जन समर्थन मिल रहा है। लोग मुझे भरपूर प्यार दे रहे हैं। मैंने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।
चिराग पासवान इन दिनों अपनी आशीर्वाद यात्रा के क्रम में पूरे बिहार में दौरा कर रहे हैं।
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Source : IANS