Advertisment

चिराग पासवान ने NDA की बैठक में PM मोदी से की ये बड़ी मांग, जानें क्या?

चिराग पासवान ने PM मोदी से घटक दलों के बीच समन्वय के लिए कन्वीनर की नियुक्ति के लिए निवेदन किया है

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
चिराग पासवान ने NDA की बैठक में PM मोदी से की ये बड़ी मांग, जानें क्या?

चिराग पासवान( Photo Credit : ANI)

Advertisment

NDA meeting: दिल्ली में रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक हुई. बैठक पार्लियामेंट के लाइब्रेरी बिल्डिंग में हुई. बैठक में NDA (National Democratic Alliance) के सभी घटक दल शामिल हुए. इस दौरान लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (LJP National President) चिराग पासवान (Chirag Paswan) भी मौजूद रहे. बैठक शीतकालीन सत्र (winter session) से पहले बुलाई गई थी. सभी घटक दल के बीच समन्वय के लिए बैठक बुलाई गई थी. चिराग पासवान ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) से एनडीए कोर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग की है. हमने ये भी निवेदन किया है कि NDA कन्वीनर (संयोजक) (NDA convenor) नियुक्ति होनी चाहिए. जिससे घटक दलों के बीच बेहतर समन्वय (better coordination b/w alliance partners) बन सके.

यह भी पढ़ें- अमित शाह ने रामदास अठावले से कहा Don't worry, बीजेपी-शिवसेना की ही बनेगी सरकार

इस दौरान केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से कहा कि अगर आप महाराष्ट्र सरकार निर्माण के मामले में दखल दें तो कोई न कोई रास्ता निकल सकता है. इस पर अमित शाह ने कहा कि चिंता मत करो. सब ठीक हो जाएगा. बीजेपी और शिवसेना एक साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे. वहीं बीजेपी पार्लियामेंट पार्टी की बैठक 19 नवंबर को पार्लियामेंट लाइब्रेरी में होगी. 

यह भी पढ़ें- पाकिस्तानी नेता ने PM नरेंद्र मोदी से मांगी शरण और आर्थिक मदद, कही ये बात 

महाराष्ट्र में अभी सरकार बनी नहीं है. इस बीच मुंबई में मेयर पद के चुनाव को लेकर चर्चाएं होने लगी हैं. बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन टूटने के बाद अब दोनों दलों के लिए यह पहली परीक्षा है. 22 नवंबर को मुंबई में मेयर का चुनाव है. इस लेकर एनसीपी ने कहा कि अगर मेयर चुनाव में शिवसेना चाहेगी तो एनसीपी उसे समर्थन करने को तैयार है, क्योंकि शिवसेना ने भाजपा से सारे रिश्ते तोड़ लिए हैं. बता दें कि मुंबई में ढाई-ढाई साल के अंतराल में मेयर चुना जाता है. इससे पहले फरवरी 2017 में भाजपा के समर्थन से शिवसेना के उम्मीदवार विश्वनाथ महादेश्वर ने जीत हासिल की थी और मुंबई के मेयर बने थे. विश्वनाथ महादेश्वर का कार्यकाल इस साल सितंबर में खत्म हो रहा था, लेकिन विधानसभा चुनाव से उनका कार्यकाल नवंबर तक बढ़ा दिया गया था, अब वहां मेयर का चुनाव हो रहा है.

यह भी पढ़ें- नए प्रधान न्यायाधीश बोबडे अयोध्या और निजता के अधिकार सहित अहम फैसलों में रहे शामिल

गौरतलब है कि बीएमसी के पिछले चुनाव में शिवसेना के 84 पार्षद चुनाव जीते थे, जबकि बीजेपी के 82 उम्मीदवारों को जीत मिली थी. कांग्रेस के 31 पार्षद जीते थे, जबकि एनसीपी के 7 व सपा के 6 उम्मीदवारों को जीत मिली थी. बाद में 6 निर्दलीय पार्षद शिवसेना में शामिल हो गए थे. मुंबई में लोगों की सुविधाओं का जिम्मा संभालने वाली बीएमसी का मेयर काफी प्रभावशाली पद होता है. इस नगर निगम का बजट कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा होता है. साल 2019-20 के लिए बीएमसी का बजट 30,692 रुपये था.

PM modi ljp NDA Chirag Paswan
Advertisment
Advertisment
Advertisment