चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, चीन की सड़क-बिल्डिंग निर्माण टीम पिछले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में एक किलोमीटर तक घुस आई थी।
भारतीय सेना के विरोध के बाद चीन की सड़क निर्माण टीम वापस चले गए। सेना ने उनके सड़क खोदने के उपकरण समेत अन्य सामान को भी जब्त कर लिये।
सूत्रों के मुताबिक, 28 दिसंबर को चीन की सड़क निर्माण की टीम अरुणाचल में दाखिल हुई और जब सेना ने इसपर विरोध जताया तो वह वापस लौट गये। वह सड़क खोदने वाली मशीन समेत अन्य उपकरण छोड़ गये। अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय लोगों के मुताबिक, टीम में वर्दीधारी कर्मी मौजूद थे।
इससे पहले सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में चीन-भारतीय सीमा पर चीनी सेना द्वारा सड़क के निर्माण के कारण दोनों देशों की सेनाओं के बीच 73 दिनों तक सैन्य गतिरोध चला था। इस इलाके को भूटान अपना बताता है।
आपको बता दें कि, चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश को अपना बताता है और इसे दक्षिण तिब्बत कहता है। यह पूर्वोत्तर राज्य 3,448 किमी लंबी अचिन्हित भारत-चीन सीमा के पूर्वी सेक्टर में स्थित है।
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सूत्रों ने बताया कि 28 दिसंबर को भारतीय सीमा गश्ती दल ने कुछ चीनी नागरिकों को सीमा के एक किलोमीटर भीतर टुटिंग क्षेत्र में देखा था। जिसके बाद पहले से स्थापित तंत्र के आधार पर मामले को सुलझाया गया। इस दौरान दोनों देशों की सेनाओं के बीच टकराव की स्थिति नहीं बनी।
चीन ने किया इनकार
चीन ने बुधवार कहा कि उसे कथित तौर पर दिसंबर में अरुणाचल प्रदेश में अपने सैनिकों की घुसपैठ के बारे में जानकारी नहीं है। इसके साथ ही उसने कहा कि भारत के पूर्वोत्तर में तथाकथित राज्य है ही नहीं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'आप जिस विशेष स्थिति का उल्लेख कर रहे हैं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।'
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HIGHLIGHTS
- चीन की सड़क-बिल्डिंग निर्माण टीम अरुणाचल के ऊपरी सियांग जिले में एक किलोमीटर तक घुसी
- भारतीय सेना के विरोध के बाद चीन की सड़क निर्माण टीम वापस चले गए
- सेना ने उनके सड़क खोदने के उपकरण समेत अन्य सामान को भी जब्त कर लिये
Source : News Nation Bureau