तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को बिहार में हो रहे अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के लिए न्योता भेजने पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चीन ने सोमवार को भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत द्विपक्षीय रिश्तों में तल्खी से बचने के लिए चीन की चिंताओ का सम्मान करे।
जानकारी के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हु चनयिंग ने कहा, 'भारत ने चीन के विरोध को दरकिनार कर दलाई लामा को अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के लिए न्योता भेजा है। चीन इस बात से असंतुष्ट है और इसका विरोध करता है।' हु चनयिंग ने गुजारिश करते हुए कहा कि भारत दलाई समूह के चीन विरोधी अलगाववाद को समझे और तिब्बत के लिए चीन की प्रतिबद्धता का सम्मान करे।
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चीन ने पहले भी जताया था ऐतराज
इसके पहले चीन ने दलाई लामा को अरुणाचल प्रदेश का दौरा करने की इजाजत देने पर भारत से ऐतराज जताया था। बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा मानता है। इस वजह से वह दलाई लामा के चीन विवादित क्षेत्र में जाने पर विरोध करता है।
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चीन को छोड़ भारत आए थे दलाई लामा
गौरतलब है कि दलाई लामा ने साल 1959 में चीन को छोड़कर भारत में शरण ले लिया था। ऐसे में चीन नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित दलाई लामा को खतरनाक अलगाववादी मानता है। यही वजह है कि चीन दलाई लामा के चीन के विवादित क्षेत्रों में जाने पर विरोध करता है।
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Source : News Nation Bureau