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सेना प्रमुख ने जताई डाकोला जैसी स्थिति दोबारा पैदा होने की आशंका, बढ़ सकता है चीनी सीमा पर तनाव

जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि चीन भारत के साथ अपनी सीमा पर 'यथास्थिति बदलने' का प्रयास कर रहा है।

Updated on: 27 Aug 2017, 10:31 AM

highlights

  • बिपिन रावत ने कहा चीन भारत के साथ अपनी सीमा पर 'यथास्थिति बदलने' का प्रयास कर रहा है
  • सेना को संदेश देते हुए जनरल रावत ने कहा कि तैयार और अलर्ट रहना हमेशा बेहतर है

ऩई दिल्ली:

आर्मी प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि चीन भारत के साथ अपनी सीमा पर 'यथास्थिति बदलने' का प्रयास कर रहा है और भविष्य में डाकोला  क्षेत्र में चल रहे गतिरोध की तरह की घटनाओं में 'वृद्धि' होने की संभावना है।

रावत ने कहा,' चीनी पक्ष डाकोला पठार में हाल ही में हुए गतिरोध से सीमा पर यथास्थिति को बदलने का प्रयास कर रहे हैं, जिनके बारे में हमें सावधान रहने की जरूरत है, और मुझे लगता है कि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में बढ़ने की संभावना है।'

वह आज सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग द्वारा 'मौजूदा भू-सामरिक स्थिति में भारत की चुनौतियां' विषय पर जनरल बी सी जोशी स्मृति व्याख्यान दे रहे थे।

उन्होंने कहा, 'विवाद और क्षेत्र को लेकर विवादित दावे जारी हैं। यह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निर्धारण पर अलग-अलग धारणाओं के कारण है।' रावत ने कहा,' वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार उल्लघंन होते रहते हैं और कभी-कभी वे फॉरवर्ड ट्रूप्स के बीच किसी प्रकार की ग़लतफहमी पैदा करते हैं ... फिर भी, हमारे पास ऐसे स्थितियों के समाधान मौजूद हैं।'

उन्होंने कहा कि चीनी समकक्षों के साथ फ्लैग मीटिंग के दौरान, भारतीय सेना ने जोर देकर कहा कि दोनों पक्षों को 16 जून से पहले की जगहों (गतिरोध शुरु होने से पहले) पर लौट जाना चाहिए लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला।

रावत ने कहा, 'अब यह कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर हो रहा है इसलिए इसे कूटनीति और राजनीतिक पहल के जरिए सुलझाने की जरूरत है।' उन्होंने बताया कि चीनी सशस्त्र बलों ने चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में विशेष रूप से संचालन के कार्यान्वयन, जुटाने, आवेदन और क्षमता के लिए क्षमताओं में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

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डाकोला   जैसी अन्य घटनाओं के बारे में उन्होंने कहा,' हमें लापरवाह नहीं होना चाहिए। ये गतिरोध खत्म हो चुका है, लेकिन हमारी सेना को ये नहीं सोचना चाहिए कि ऐसा दोबारा नहीं हो सकता हैं।'

सेना को संदेश देते हुए जनरल रावत ने कहा कि तैयार और अलर्ट रहना हमेशा बेहतर है। सेना को मेरा संदेश है कि कोई ढील ना बरते।

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