अमेरिका के ईरान पर हमले से कच्चे तेल की कीमतों में हो सकता है इजाफा
अमेरिकी एयर स्ट्राइक के बाद ईरान का इजरायल पर हमला, दागीं 30 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल
जीतन राम मांझी का तेजस्वी यादव को जवाब, 'क्रिकेट में फेल बेटे को पिता ने राजनीति में उतार दिया'
महिलाओं के लिए विशेष लाभकारी बद्ध कोणासन, मन को शांत तो तन को रखता है स्वस्थ
देश ने खेल के क्षेत्र में किया बेहतर काम, उम्मीद हमें ओलंपिक की मेजबानी का मिलेगा सम्मान: सीएम रेखा गुप्ता
आमिर खान की फिल्म ने दूसरे दिन की दोगुनी कमाई, इतना हुआ 'सितारे जमीन पर' का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
बिहार में गरीबों की मसीहा है एनडीए सरकार, लालू-तेजस्वी इससे परेशान: गिरिराज सिंह
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले दो संदिग्धों को पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार, आईएसआई हैंडलर से सीधे सम्पर्क का आरोप
ये सरकारी बैंक एफडी पर दे रहे सबसे अधिक ब्याज

सीमा विवाद: चीन के राजदूत ने कहा-भारत तय करे वह युद्ध चाहता है या शांति, हमारी पीछे हटने की योजना नहीं

सिक्किम में सीमा पर चल रहे तनाव के बीच चीन ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में कोई समझौता नहीं करने जा रहा है। इसके साथ ही चीन ने सीमा पर जारी स्थिति को ' बेहद गंभीर' करार देते हुए गेंद को भारत के पाले में डाल दिया है। च

सिक्किम में सीमा पर चल रहे तनाव के बीच चीन ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में कोई समझौता नहीं करने जा रहा है। इसके साथ ही चीन ने सीमा पर जारी स्थिति को ' बेहद गंभीर' करार देते हुए गेंद को भारत के पाले में डाल दिया है। च

author-image
Abhishek Parashar
एडिट
New Update
सीमा विवाद: चीन के राजदूत ने कहा-भारत तय करे वह युद्ध चाहता है या शांति, हमारी पीछे हटने की योजना नहीं

भारत में चीन के राजदूत लू झाओही (फोटो-PTI)

सिक्किम सेक्टर में सीमा पर चल रहे तनाव के बीच चीन ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में कोई समझौता नहीं करने जा रहा है। इसके साथ ही चीन ने सीमा पर जारी स्थिति को ' बेहद गंभीर' करार देते हुए गेंद को भारत के पाले में डाल दिया है।

Advertisment

भारत में चीन के राजदूत लू झाओही ने कहा इस मामले में भारत को तय करना है कि वह इस सैन्य गतिरोध को कैसे सुलझाना चाहता है।चीन की सरकारी मीडिया और थिंक टैंक की तरफ से गतिरोध नहीं सुलझाए जाने की स्थिति में युद्ध की धमकी दिए जाने के बारे में पूझे जाने पर लू ने कहा, 'विकल्पों के बारे में बातचीत की जा रही है। यह आपकी सरकार के ऊपर है। (क्या वह इसका युद्ध के जरिये समाधान निकालना चाहते हैं।)'

चीन ने कहा है कि वह मौजूदा गतिरोध का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान चाहता है और इसके लिए 'पहली शर्त' भारतीय सेना को पीछे हटाए जाने की है। उन्होंने कहा, 'पहली प्राथमिकता यह है कि भारतीय सेना अपनी सरहद में वापस जाए। यह चीन और भारत के बीच होने वाली किसी बातचीत की पहली शर्त है।'

और पढ़ें: बाबा हरभजन सिंह के रहते भारत को नुकसान नहीं पहुंचा सकता चीन

पिछले 19 दिनों से भारत और चीन भूटान के पास डोकालम में आमने-सामने हैं। चीन की सेना की तरफ से इस इलाके में सड़क का निर्माण किए जाने के बाद दोनों देशों की सेना आमने-सामने आ चुकी है। डोकाला उसी क्षेत्र का नाम है, जिसे भूटान डोकालम के तौर पर बताता है। जबकि चीन इसे डोंगलांग क्षेत्र का हिस्सा बताता है। चीन औऱ भूटान इस इलाके को लेकर बातचीत कर रहे हैं। हालांकि चीन और भूटान के बीच किसी तरह का कूटनीतिक संबंध नहीं है।

और पढ़ें: पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की G-20 सम्मलेन में मुलाकात संभव

लू ने कहा, 'स्थिति गंभीर है और इससे हम चिंतित हैं। यह पहली बार हुआ है जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सीमा में दखल दिया है। 19 दिन बीत चुके हैं और लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकला है।'

उन्होंने कहा कि भारत के पास चीन और भूटान की सीमाई बातचीत में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। नहीं उसे भूटान की तरफ से किसी जमीन पर दावा करने को कोई हक है।

और पढ़ें: चीन की जुबानी तीर, कहा- नहीं माना भारत तो सैन्य तरीका इस्तेमाल करेगा ड्रैगन

HIGHLIGHTS

  • सिक्किम सेक्टर में सीमा पर चल रहे तनाव के बीच चीन ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में कोई समझौता नहीं करने जा रहा है
  • इसके साथ ही चीन ने सीमा पर जारी स्थिति को ' बेहद गंभीर' करार देते हुए गेंद को भारत के पाले में डाल दिया है
  • चीन ने कहा कि यह भारत को तय करना है कि वह युद्ध चाहता है या शांतिपूर्ण समाधान

Source : News Nation Bureau

INDIA Sikkim sector china Doklam situation Luo Zhaohui
      
Advertisment