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सेनाध्यक्ष नरवणे के बयान पर चीन उतरा प्रोपेगेंडा पर, लगाए अनर्गल आरोप

जनरल एमएम नरवणे ने सेना दिवस पर पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन विवाद का जिक्र कर कहा था कि हमारा धैर्य हमारा आत्मविश्वास है, लेकिन किसी को भी इसे परखने की गलती नहीं करनी चाहिए.

Updated on: 17 Jan 2022, 06:44 AM

highlights

  • सेना दिवस पर थल सेनाध्यक्ष के बयान पर ग्लोबल टाइम्स ने उगला जहर
  • भारत पर लगाया कमांडर स्तर की वार्ता में बनी सहमति से पलटने का आरोप
  • यह भी कहा कि घरेलू कलह से ध्यान हटाने भारत कर रहा तीखी बयानबाजी

बीजिंग/नई दिल्ली:

चीन (China) एक बार फिर प्रोपेगेंडा मिशन पर चल पड़ा है. इस बार बीजिंग प्रशासन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने थलसेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (MM Naravane) के सेना दिवस पर दिए गए बयान पर जमकर भड़ास निकाली है. ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में सेनाध्यक्ष के बयान पर जहर उगलते हुए आरोप लगाया है कि भारत घरेलू संघर्ष से ध्यान हटाने के लिए चीन विरोधी बयानबाजी पर उतर आया है. इसके साथ ही चीनी मीडिया ने दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और भारत में कोरोना की तीसरी लहर का भी उल्लेख किया है. यही नहीं उलटा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर ग्लोबल टाइम्स ने आरोप लगाया है कि भारतीय सेना अध्यक्ष का बयान कोर कमांडर स्तर की बैठक में बनी सहमति की परिपाटी के विपरीत है.

जनरल नरवणे ने कहा- कोई हमारा धैर्य परखने की गलती नहीं करे
गौरतलब है कि जनरल एमएम नरवणे ने सेना दिवस पर पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन विवाद का जिक्र कर कहा था कि हमारा धैर्य हमारा आत्मविश्वास है, लेकिन किसी को भी इसे परखने की गलती नहीं करनी चाहिए. उन्होंने चीन को चुनौती देते हुए कहा था कि भारतीय थल सेना देश की सीमाओं पर यथास्थिति को एकपक्षीय तरीके से बदलने की किसी भी कोशिश का मुकाबला करने के लिए पूरी दृढ़ता और आत्मविश्वास के साथ खड़ी है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की शांति की कामना हमारी अंतर्निहित शक्ति से उपजी है. ऐसे में भारतीय सेना मौजूदा और भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए आधुनिक तौर-तरीकों के साथ तैयार रहती है.

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ग्लोबल टाइम्स ने बातचीत के विपरीत बताया जनरल के बयान को
अब थल सेना अध्यक्ष के इसी बयान पर ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि नरवणे की बयान बुधवार को आयोजित चीन-भारत कोर कमांडर स्तर की 14वें दौर की बैठक के दौरान दिए गए सकारात्मक संकेतों के विपरीत है. चीनी सरकार के मुखपत्र ने दावा किया कि भारत ने तीन महीने पहले 13वें दौर की बैठक के दौरान अनुचित और अवास्तविक मांगों पर जोर दिया था, लेकिन 14वें दौर की बैठक में माहौल अपेक्षाकृत अच्छा था. दोनों पक्ष सीमा मुद्दे पर यथाशीघ्र एक समाधान की दिशा में काम करने और जमीन पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रभावी उपाय करने पर सहमत हुए.

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चीन विरोधी बातों को दोहराने का लगाया आरोप
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि जनरल नरवणे ने भारतीय सेना में गहरे बैठी चीन विरोधी बातों को दोहराया है. गौरतलब है कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का जिक्र करते हुए ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि उन्होंने चीन को भारत की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया था. जाहिर है कि अब थल सेना अध्यक्ष एमएम नरवणे का बयान भी दिवंगत जनरल रावत की ही लाइन पर है. ऐसे में ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि भारतीय सेना अपना चेहरा बचाने के लिए चीन विरोधी बयानबाजी कर रही है. ग्लोबल टाइम्स ने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए दावा किया कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर पैदा हो गई है, जिससे भारत के आर्थिक विकास को झटका लगा है. ऐसे में भारतीय सेना और राजनेता पाकिस्तान और चीन का जिक्र कर लोगों का ध्यान घरेलू कलह से हटाने की कोशिश कर रहे हैं.