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चीनी सेना ने भारत के साथ लगती सीमा पर नए प्रकार का ऑल-टेरेन व्हीकल तैनात किया

चीनी सेना ने भारत के साथ लगती सीमा पर नए प्रकार का ऑल-टेरेन व्हीकल तैनात किया

Updated on: 26 Oct 2021, 07:05 PM

नई दिल्ली:

चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) शिनजियांग मिल्रिटी कमांड को एक नए प्रकार का ऑल-टेरेन व्हीकल (एटीवी) प्राप्त हुआ है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि सर्दियां नजदीक आते ही पठारी सीमा रक्षा सैनिकों को रसद समर्थन सुनिश्चित किया जा सकेगा।

चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नवीनतम सैन्य वार्ता अवास्तविक भारतीय मांगों के कारण किसी समझौते पर पहुंचने में विफल रहने के बाद चीन-भारत सीमा तनाव फिर से बढ़ने का जोखिम है और इसी बीच पीएलए को ऑल-टेरेन व्हीकल प्राप्त हुआ है।

बता दें कि इस गाड़ी की खासियत ये है कि यह समतल जमीन पर तेजी से चलने के साथ ही ऊंचे स्थानों और ढलानों के अलावा पहाड़ों पर भी चढ़ सकती है।

ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि व्हीकल की डिलीवरी ऐसे समय में हुई है, जब चीन और भारत चीन-भारत सीमा के पश्चिमी खंड से संबंधित मुद्दों पर कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के 13वें दौर के दौरान एक समझौते पर पहुंचने में विफल रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पीएलए वेस्टर्न थिएटर कमांड ने 11 अक्टूबर को भारत की कथित अनुचित और अवास्तविक मांगों के लिए उसकी आलोचना की है।

ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, कई चीनी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीन को आगे भारतीय सैन्य आक्रमण की संभावना के लिए तैयार रहने की जरूरत है, क्योंकि भारत संघर्ष के एक नए दौर का जोखिम उठा रहा है।

पीएलए शिनजियांग मिल्रिटी कमांड ने अपने वीचैट अकाउंट पर प्रकाशित एक विज्ञप्ति में खुलासा किया कि जिस यूनिट ने नए व्हीकल को चालू किया है, वह एक उच्च ऊंचाई वाले, बफीर्ले सीमा क्षेत्र में स्थित है, जो बेहद ठंडा है और वहां ऑक्सीजन की कमी है और वह एक जटिल भूभाग है, जो जरूरी चीजों के परिवहन सहित रसद समर्थन में कठिनाइयों का कारण बनता है।

कई ऑन-द-स्पॉट जांच के बाद, व्हीकल को सैनिकों की जरूरतों के अनुरूप बनाया गया है, क्योंकि इसमें कैटरपिलर ट्रैक का उपयोग किया जाता है, जो धातु से बने नहीं होते हैं। कमांड ने कहा कि ये ट्रैक मजबूत हैं और सड़क की सतहों को नुकसान नहीं पहुंचता है, उच्च गतिशीलता बनी रहती है और भारी चीजें भी उठाई जा सकती हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि खराब मौसम की स्थिति में भी व्हीकल उथली (छिछले पानी की जगह) नदी के किनारे, रेगिस्तान, पहाड़ों और बर्फ के मैदानों जैसे जटिल इलाकों में स्वतंत्र रूप से चल सकता है और पठारी सैनिकों की आपूर्ति परिवहन के लिए विश्वसनीय सहायता प्रदान करने में सक्षम है। इसने नए वाहन के नाम का खुलासा नहीं किया है।

एक सैनिक के हवाले से विज्ञप्ति में कहा गया है, अब इस बात की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है कि इस सर्दी में हमारे पास जरूरत की सामग्री खत्म हो जाएगी।

चाइना सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ पीएलए यूनिट्स ने जनवरी में इस प्रकार के व्हीकल का उपयोग करना शुरू कर दिया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.