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चीन-पाक को मिलेगा करारा जवाब, 3 और राफेल आज पहुंच रहे भारत

फ्रांस से तीन और राफेल मिलने के बाद इनकी संख्या 8 हो जाएगी. इसके बाद तीन जनवरी में फिर मार्च में तीन और अप्रैल में 7 राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Plane) भारत को मिल जाएंगे. जिसके बाद तब तक कुल राफेल विमानों की संख्या 21 हो जाएगी.

Updated on: 04 Nov 2020, 07:49 AM

नई दिल्ली:

चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद के बीच भारतीय वायु सेना की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है. आज भारत को फ्रांस से 3 और राफेल विमानों की डिलीवरी हो जाएगी. फ्रांस से आज 3 और राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Plane) की खेप भारत पहुंचेगी. भारत ने फ्रांस से 59 हजार करोड़ के सौदे के तहत 36 राफेल विमानों (Rafale) का सौदा किया है. अब तक देश को 5 राफेल मिल चुके हैं. 

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अप्रैल तक आएंगे 21 विमान
फ्रांस राफेल विमानों की डिलीवरी भारत को तेजी के साथ कर रहा है. तीन राफेल जनवरी में फिर मार्च में तीन और अप्रैल में 7 राफेल लड़ाकू विमान भारत को मिल जाएंगे. जिसके बाद तब तक कुल राफेल विमानों की संख्या 21 हो जाएगी जिसमें से 18 लड़ाकू विमान गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल हो जाएंगे. बाकी तीन लड़ाकू विमानों को पूर्वी मोर्चे पर चीन का मुकाबला करने के लिए उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार में हाशिमारा एयरबेस पर भेजा जा सकता है.

2016 में हुई थी डील
भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में तकरीबन 58 हजार करोड़ रुपये की डील फाइनल की थी. तब इस डील को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर निशाना साधा था. इस डील के तहत भारत को फ्रांस से 36 राफेल विमान मिलने हैं. फरवरी 2021 तक जाकर राफेल विमान पूरी तरह से ऑपरेशनल होंगे. राफेल विमान को फ्रांस ने भारतीय वायुसेना के हिसाब से बनाया है, जिसमें भारत की जरूरतों का ध्यान रखा गया है. भारत को जो राफेल मिला है उसका टेल नंबर RB001 है. राफेल 4.5 जनरेशन का लड़ाकू विमान है जो भारतीय वायुसेना में एक तरह से बड़ा बदलाव लाएगा. इस विमान में 24500 किग्रा भार ढोने की क्षमता है. साथ ही विमान के जरिए एक साथ 125 राउंड गोलियां दागी जाती हैं जो किसी को कुछ सोचने से पहले उसका काम तमाम कर सकती हैं.

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बड़ी बातें

- राफेल लड़ाकू विमान का कॉम्बैट रेडियस 3700 किलोमीटर है, साथ ही ये दो इंजन वाला विमान है जिसको भारतीय वायुसेना को दरकार थी.
- राफेल में तीन तरह की मिसाइल लगाई जा सकती हैं. हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प मिसाइल और हैमर मिसाइल.
- राफेल लड़ाकू विमान स्टार्ट होते ही ऊंचाई तक पहुंचने में अन्य विमानों से काफी आगे है. राफेल का रेट ऑफ क्लाइंब 300 मीटर प्रति सेकंड है, जो चीन-पाकिस्तान के विमानों को भी मात देता है. यानी राफेल एक मिनट में 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर जा सकता है.
- एक बार फ्यूल भरने पर यह लगातार 10 घंटे की उड़ान भर सकता है. ये हवा में ही फ्यूल को भर सकता है, जैसा इसने फ्रांस से भारत आते हुए किया भी था.
- राफेल पर लगी गन एक मिनट में 2500 फायर करने में सक्षम है. राफेल में जितना तगड़ा रडार सिस्टम है, ये 100 किलोमीटर के दायरे में एकबार में एकसाथ 40 टारगेट की पहचान कर सकता है.
- भारत को मिले राफेल लड़ाकू विमान करीब 24,500 किलोग्राम तक का भार उठाकर ले जाने के लिए सक्षम हैं, साथ ही 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की भी गारंटी है.