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चीन की नई चाल, पैंगोंग झील में अंडरवॉटर गतिविधियों पर भी रख रहा है नजर

भारत और चीन (China) के बीच एलएसी (LAC) पर लगातार तनाव बना हुआ है. चीन लगातार भारत की हर गतिविधि पर नजर रख रहा है. सैटेलाइट तस्वीरों से चीन का यह सच सामने आ रहा है. 

Updated on: 13 Oct 2020, 10:17 AM

नई दिल्ली:

एक तरफ चीन बातचीत के रास्ते सीमा विवाद को हल करने का दिखावा कर रहा है तो दूसरी तरफ अपनी नापाक हरकतों से बाज बनी आ रहा है. चीन सिर्फ जमीन और आसमान में ही नहीं अब पैंगोंद झील इलाके में अंडरवॉटर गतिविधियों पर भी नजर रख रहा है. चीनी सेना ग्राउंड फोर्स (PLAGF) हाइस्पीड पेट्रोलिंग क्राफ्ट के जरिए पानी पर नज़र गढ़ाए हुए है, जिनमें Type 305, Type 928D बोट का इस्तेमाल किया जा रहा है. 

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हाल ही में सामने आई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि चीन अंडरवॉटर गतिविधियों पर भी नजर रख रहा है. चीन एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए काम में लाई जाने वाली तकनीक का इस्तेमाल पैंगोंग इलाके में कर रहा है. दरअसल भारत के रुख को देखते हुए चीन समझ चुका है कि भारतीय सेना उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है. 

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चीन नई तकनीक का कर रहा इस्तेमाल
चीन पैंगोंग त्सो में अंडरवॉटर एक्टिविटी पर नजर बनाए हुए है. इस काम के लिए चीन ने नई तकनीक के एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया है. जानकारी के मुताबिक चीन मैग्नेटिक अनॉमेली डिटेक्टर (MAD boom) का इस्तेमाल किया है. इनमें Y-8 GX6 और Shanxi Y-8 transporter's Gaoxin-6 या High New 6 variant जैसे एयरक्राफ्ट शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल चीनी नेवी के द्वारा एंटी सरफेस के साथ पनडुब्बी युद्ध के लिए किया जाता है. इनकी खासियत यह है कि ये उपकरण पानी के अंदर छुपी पनडुब्बियों का पता लगा सकते हैं, लेकिन इससे इतर ये पानी में मौजूद खनिज और मिट्टी की पहचान करने में भी माहिर हैं.