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चीनी एप के जरिए देश में सेंध लगाने की कोशिश, बैन एप के क्लोन उतारे 

एक बार फिर से चीन ने मोबाइल चीनी एप के जरिए सेंध लगानी शुरू कर दी है और इस बार भारत में बैन हो चुके एप के क्लोन बनाकर बाज़ार में उतारा गया है.

Updated on: 27 Jul 2022, 03:38 PM

नई दिल्ली:

एक बार फिर से चीन ने मोबाइल चीनी एप के जरिए सेंध लगानी शुरू कर दी है और इस बार भारत में बैन हो चुके एप के क्लोन बनाकर बाज़ार में उतारा गया है. ये वो एप हैं जिनको भारत सरकार ने सुरक्षा का हवाला देकर भारत में इस्तेमाल के लिए बैन कर दिया था. इन एप में सबसे चर्चित एप shareit था. आज न्यूज़ नेशन ऐसे चीनी एप की पोल खोलेगा जो क्लोन करके फिर से प्लेस्टोर के जरिए लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं. इनमें तीन एप सबसे मुख्य हैं जिनके दुबारा डाउनलोड की संख्या भी काफी ज्यादा है.  सबसे पहले बात shareit की जिसे भारत में इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. लेकिन ये एप एक बार फिर से नाम बदलकर और logo में बदलाव कर प्ले स्टोर पर आ चुका है जिसे प्ले स्टोर से आसानी से भारत में डाउनलोड किया जा सकता है.

एक एप नहीं है ऐसे तमाम एप नाम बदलकर चीन प्ले स्टोर के ज़रिए बैकडोर से एंट्री दे रहा है. अब आपको दिखाते हैं कैम स्केनर जिसे भारत में बहुत ज़्यादा सब्सक्राइबर मिले थे लेकिन इस एप में भी डाटा को मेनुपुलेट करने के आरोप लगे थे. यही नहीं इस एप से कई तरह के पर्सनल और सरकारी डाक्यूमेंट्स भी चीनी सर्वर पर स्टोर होते थे इस वजह से इसे बैन किया गया लेकिन ये ऐप (oken cam scanner) या (PDF scanner) Tap Scanner के नाम से प्ले स्टोर पर आ चुका है. 

यही नहीं आपके डाटा और डाक्यूमेंट्स को सेफ करने वाला एप applock भी बैन होने के बावजूद वापस प्ले स्टोर पर दिखने लगा है. Pdf cam scanner के 5 मिलियन सब्सक्राइबर भारत में हो चुके हैं. Share karo चीनी एप के 10 मिलियन और app lock के 10 मिलियन सब्सक्राइबर हो चुके हैं. जानकार मानते हैं कि चीन ऐसे एप की बैक डोर से एंट्री करा रहा है और ये सारा डाटा चीनी सर्वर में सेफ होता है जिसका चीन गलत फायदा उठा रहा है. भारत सरकार ने करीब 269 एप को बैन किया था जो ज़्यादातर चीन से ऑपरेट होते थे लेकिन अब ये सभी एप दूसरे तरीकों को अपना कर भारत के एप बाजार में एंट्री दे रहे हैं.