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LAC पर चीन फिर कर रहा हलचल, भारत ने भी स्थिति मजबूत की

चीनी सेना पूर्वी लद्दाख के इलाकों में अपनी ओर सैन्य अभ्यास कर रही है. इस अभ्यास को देखते ही भारतीय सेना भी पूरी तरह से अलर्ट हो गई है.

Updated on: 19 May 2021, 08:00 AM

highlights

कुछ महीनों की शांति के बाद एलएसी पर चीन फिर सक्रिय

अपने इलाके में कर रहा है बड़ा सैन्य अभ्यास

भारत ने भी एलएसी पर पोजीशन की मजबूत

नई दिल्ली:

कूटनीतिक-सामरिक बातचीत के बीच पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कुछ महीनों की शांति के बाद चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एक बार फिर हरकत शुरू कर दी है. चीनी सेना पूर्वी लद्दाख के इलाकों में अपनी ओर सैन्य अभ्यास कर रही है. इस अभ्यास को देखते ही भारतीय सेना भी पूरी तरह से अलर्ट हो गई है और किसी भी हरकत का जवाब देने को तैयार है. सूत्रों ने बताया चीनी कई सालों से इन इलाकों में आ रहे हैं, जहां वे गर्मी के समय में अभ्यास करते हैं. पिछले साल भी वे अभ्यास की आड़ में इन क्षेत्रों में आए थे और यहां से पूर्वी लद्दाख की ओर आक्रामक रूप से चले गए थे.

चीनी सैनिक अपने इलाके में 
प्राप्त जानकारी के मुताबिक चीनी सैनिक अपने पारंपरिक इलाकों में हैं और कुछ स्थानों में वे 100 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि यह बात काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पैंगोंग क्षेत्र के दोनों ओर से पीछे हटने के बाद हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा हाइट्स को लेकर चीनी पक्ष से लगातार बातचीत चल रही है. भारतीय पक्ष ने भी पूर्वी लद्दाख और अन्य सेक्टरों में फॉरवर्ड इलाकों में गर्मियों के समय में सैनिकों की तैनाती देखी है. इसके बाद मोर्चे पर तैनात सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हाल में अग्रिम इलाकों में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की है और वहां की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं. लद्दाख में भारतीय पक्ष द्वारा तैनात बलों में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना शामिल हैं, जो अब सेक्टर में सबसे आगे हैं.

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भारत ने भी स्थिति मजबूत की
बता दें कि चीनी अपने पारंपरिक अभ्यास क्षेत्रों से हटने के बाद पूर्वी मोर्चे पर आ गए थे और तब से दोनों पक्षों के बीच सैन्य गतिरोध जारी है. सूत्रों का कहना है कि उम्मीद थी कि चीनी अपने वास्तविक लोकेशन पर वापस चले जाएंगे, लेकिन वे फॉरवर्ड इलाकों पर ही रुके रहे. वे अपने क्षेत्र में बंकरों का निर्माण करते देखे गए हैं और अपने ढांचे को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर भारत ने भी अपनी स्थिति मजबूत कर ली है और अपने सैनिकों को वहां लंबी दौड़ के लिए तैयार कर लिया है. अतिरिक्त बलों की तैनाती और रोटेशन भी जारी है. भारतीय और चीनी, दोनों सेनाओं के पास पिछले साल से सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिक तैनात हैं.