अरुणाचल प्रदेश के सीमाई क्षेत्र में खनन की खबर को चीन ने किया खारिज

चीन ने अरुणाचल प्रदेश के सीमाई क्षेत्र में सोना-चांदी समेत कई खनिजों के लिए खनने करने से जुड़े रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे आधारहीन बताया है।

चीन ने अरुणाचल प्रदेश के सीमाई क्षेत्र में सोना-चांदी समेत कई खनिजों के लिए खनने करने से जुड़े रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे आधारहीन बताया है।

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अरुणाचल प्रदेश के सीमाई क्षेत्र में खनन की खबर को चीन ने किया खारिज

फोटो क्रेडिट ( इंडियन डिफेंस रिव्यू)

चीन ने अरुणाचल प्रदेश के सीमाई क्षेत्र में सोना-चांदी समेत कई खनिजों के लिए खनने करने से जुड़े रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे आधारहीन बताया है।

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रिपोर्ट को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि 'हांगकांग के 'द साउथ चाइना मार्निग पोस्ट' की खबर में जिस इलाके का जिक्र किया गया है, वह चीन का क्षेत्र है और वह अपने इस क्षेत्र में वैज्ञानिक और भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण करने का अधिकार रखता है।'

'द साउथ चाइना मार्निग पोस्ट' की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने हिमालय में भारत के साथ विवादित सीमा पर अपने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर खनन अभियान शुरू किया है। चीन के भूवैज्ञानिकों का मानना है कि हिमालय के हिस्से में करीब 60 अरब डॉलर का सोना, चांदी और अन्य कीमती खनिजों का बड़ा खजाना है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कैंग ने कहा, 'जिस इलाके का जिक्र खबर में किया गया है, वह पूरे तरीके से चीन का इलाका है। चीन नियमित रूप से अपने क्षेत्र में वैज्ञानिक और भूवैज्ञानिक अनुसंधान करता रहा है।'

उन्होंने कहा, 'चीन ने हमेशा पारिस्थितिकीय पर्यावरण की सुरक्षा को विशेष महत्व दिया है। हमें आशा है कि संबंधित मीडिया आधारहीन खबरों को उछालने से दूर रहेगा।'

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि यह कदम अरुणाचल प्रदेश को फिर से अपना बनाने की चीन की एक महत्वकांक्षी योजना का हिस्सा है। अरुणाचल को चीन दक्षिण तिब्बत के रूप में अपना बताता है।

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लु ने कहा, 'चीन-भारत सीमा पर चीन स्थिति पूरी तरह से साफ है। चीन कभी भी कथित अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देगा। बीजिंग और नई दिल्ली सीमा मुद्दे को सुलझाने के लिए संवाद कर रहे हैं और एक न्यायसंगत और निष्पक्ष समाधान की तलाश कर रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'समस्या के समाधान से पहले, हमें आशा है कि भारत दोनों देशों के बीच के समझौतों को मानेगा, वास्तविक नियंत्रण रेखा को मानेगा, बात को बढ़ा चढ़ाकर दिखाने को रोकेगा और सीमावर्ती इलाकों में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए चीन के साथ संयुक्त रूप से कार्य करेगा।'

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Source : IANS

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