भारत-चीन का सीमा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. 15 जून की रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए. जानकारी यह भी है कि चीन के करीब 40 जवान हताहत हुए हैं. लेकिन चीन ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई संख्या नहीं बताई है. साथ ही चीन ने भारत पर कार्रवाई का आरोप लगाया है. जबकि भारत ने साफ-साफ कहा है कि चीन के कारण ही यह घटना हुई है. ऐसे में सवाल उठता है कि भारत और चीन के बीच यह झड़प कब तक होती रहेगी. साथ ही भारत को ऐसे हालात में चीन से निपटने के लिए क्या करना चाहिए?
विदेशी संबंधों के जानकारों का कहना है कि चीन भारत से काफी ताकतवर है. ऐसे में उसे मात देने के भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ चीन की तुलना में अन्य देशों जहां से सस्ता इंपोर्ट किया जा सके उसकी तलाश करनी होगी. जानकारों का कहना है कि भारत में इतना दमखम है कि अगर वो मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं को दृढ़ इच्छाशक्ति से लागू करे तो चीन को पछाड़ सकता है. आइए इस रिपोर्ट में आंकड़ों के जरिए भारत और चीन के व्यापारिक संबंधों को समझने की कोशिश करते हैं.
2018-19 के आंकड़े
2018-19 में 3,30,078.10 मिलियन अमेरिकी डॉलर भारत का कुल एक्सपोर्ट था.
2018-19 में चीन को 16,752.20 मिलियन अमेरिकी डॉलर का एक्सपोर्ट भारत ने किया.
2018-19 में भारत से कुल एक्सपोर्ट में चीन की हिस्सेदारी 5.1 फीसदी रही.
2019-20 के आंकड़े
2019-20 में अप्रैल से फरवरी के दौरान 2,91,651.10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का कुल एक्सपोर्ट भारत का रहा.
2019-20 में अप्रैल से फरवरी के दौरान भारत ने चीन को 15,540.10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का एक्सपोर्ट किया.
2019-20 में अप्रैल से फरवरी के दौरान भारत से एक्सपोर्ट में चीन की हिस्सेदारी 5.3 फीसदी रही.
2019-20 में अप्रैल से जनवरी के दौरान भारत को एक्सपोर्ट करने वाले देशों में चीन 14.29 फीसदी के साथ सबसे आगे रहा. यानी हमने चीन से खूब सामान खरीदा.
2019-20 में अप्रैल से जनवरी के दौरान 7.54 फीसदी के साथ अमेरिका दूसरे स्थान पर रहा.
चीन से 14.1 फीसदी का इंपोर्ट
2019-20 में अप्रैल से फरवरी के दौरान 4,42,810.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का कुल इंपोर्ट हुआ.
2019-20 में अप्रैल से फरवरी के दौरान चीन से 62,379.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इंपोर्ट हुआ.
2019-20 में अप्रैल से फरवरी के दौरान भारत को हुए इंपोर्ट में चीन की हिस्सेदारी 14.1 फीसदी है.
इन आंकड़ों से साफ पता चलता है कि भारत सबसे ज्यादा चीन से ही इंपोर्ट करता है. लेकिन इसके साथ ही बराबरी का एक्सपोर्ट भी भारत नहीं कर पाता जो कि चिंता का विषय है. लेकिन सीमा पर तनाव को देखते हुए जरूरी है कि भारत की सरकार या तो ऐसे देशों से सामान खरीदे जो रियायती दाम पर सामान उपलब्ध कराते हों. जिससे चीन को बायकॉट करने में आसानी हो. या फिर मेक इन इंडिया के तहत बड़े-बड़े मैन्युफैक्चरर्स से भारत में सामान बनाने के लिए कहना चाहिए.
Source : News Nation Bureau