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Children's Day: बाल दिवस पर जानें पंडित जवाहरलाल नेहरू के ये खास विचार

इस साल हम जवाहर लाल नेहरू की 130वीं जयंती मना रहे हैं.

Updated on: 14 Nov 2019, 04:03 PM

नई दिल्ली:

आज 14 नवंबर है 14 नवंबर यानि कि बाल दिवस यानि कि चाचा नेहरू का जन्मदिन. जी हां आज 14 नवंबर है यानि कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु का जन्मदिन है नेहरू जी को बच्चे चाचा नेहरू के नाम से जानते है. आपको बता दें कि चाचा नेहरू बच्चों को राष्ट्र का निर्माता कहते थे जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 में हुआ था. साल 1930 और 1940 के स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी, जिसकी वजह से वो देश की आजादी के महान नायकों में से एक गिने जाते हैं. हर साल की तरह इस साल भी देश जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस पर बाल दिवस के रूप में मना रहा है.

आपको बता दें इस साल हम जवाहर लाल नेहरू की 130वीं जयंती मना रहे हैं. पंडित जवाहर लाल नेहरू बच्चों में काफी लोकप्रिय थे. बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे. जवाहर लाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, इसके अलावा वो एक लेखक भी थे. देश की स्वतंत्रता के आंदोलन के दौरान वो कई बार जेल गए. इस दौरान जेल में रहते हुए उन्होंने डिस्कवरी ऑफ इंडिया नामक किताब भी लिखी. जवाहर लाल नेहरू का कहना था कि हम वास्तविकता में क्या हैं वो और लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं उससे कहीं अधिक मायने रखता है. आइए आपको बताते हैं चाचा नेहरू के खास कोट्स जो उन्होंने लिखे थे.

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  • पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म सन 1889 में हुआ था. जवाहर लाल नेहरु बच्चों को राष्ट्र का निर्माता कहते थे.
  • विफलता तभी होती है जब हम अपने आदर्शों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को भूल जाते हैं.
  • जो व्यक्ति भाग जाता है वह शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है.
  • जिसमें अज्ञानता है वो बदलाव से जरूर डरते हैं.
  • हम वास्तविकता में क्या हैं वो और लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं उससे कहीं अधिक मायने रखता है.
  • महान विचार और छोटे लोग कभी भी एक साथ नहीं रह सकते.
  • देश के लोगों की नागरिकता, देश की सेवा में निहित हैं.
  • सत्य हमेशा सत्य ही रहता हैं चाहे आप पसंद करें या ना करें.
  • कार्य के प्रभावी होने के लिए उसे स्पष्ठ लक्ष्य की तरफ निर्देशित किया जाना चाहिए.
  • हर हमलावर देश यह दावा करता हैं कि वह अपनी रक्षा के लिए कार्य कर रहा हैं.
  • संकट के समय हर छोटी चीज मायने रखती है.