पुडुचेरी के मुख्य सचिव और सरकार के बीच टकराव उस समय चरम पर पहुंच गया, जब हाल ही में बारिश प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय दल ने यहां का दौरा किया।
जहां मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से 300 करोड़ रुपये की राहत का अनुरोध किया था, वहीं प्रशासन ने तमिलनाडु के बारिश प्रभावित क्षेत्रों के साथ पुडुचेरी और कराईकल का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम को 15 से 20 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया।
सत्तारूढ़ एआईएनआरसी के विधायकों, भाजपा गठबंधन और कुछ निर्दलीय विधायकों और कांग्रेस के एकमात्र विधायक ने मुख्य सचिव द्वारा राज्य के सर्वोत्तम हित में काम नहीं करने का आरोप लगाया है। जनप्रतिनिधियों बात नहीं मानी गई तो विधायकों ने सचिवालय में धरना देने की धमकी दी है।
भाजपा विधायक कल्याणसुंदरम ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में 20 आईएएस और 20 आईपीएस अधिकारी हैं, लेकिन वे क्षेत्र का दौरा करने से हिचकते हैं। यही कारण था कि प्रशासन की ओर से हुए नुकसान का सही आकलन नहीं किया जा सका।
एआईएनआरसी और भाजपा के विधायकों ने शिकायत की कि अधिकारी क्षेत्र का दौरा करने में सुस्त थे और जनप्रतिनिधि अधिकारियों के रवैये के खिलाफ राज्य भर में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
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Source : IANS