गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार को कहा कि पुर्तगालियों द्वारा उनके औपनिवेशिक शासन के दौरान नष्ट किए गए मंदिरों के पुनर्निर्माण के प्रयास किए जाने की जरूरत है।
सावंत का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
दक्षिण गोवा में मंगुशी मंदिर के परिसर में राज्य सरकार के एक समारोह में बोलते हुए, सावंत ने यह भी कहा कि हिंदू संस्कृति और मंदिर संस्कृति को संरक्षित करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, और भी मंदिर हैं, जिन्हें फिर से स्थापित करने की आवश्यकता है। आजादी के 60वें वर्ष में हमें पुर्तगालियों द्वारा नष्ट किए गए मंदिरों का पुनर्निर्माण शुरू करना है। मैं कुछ भी नहीं मांगता हूं। मैं आपसे हिंदू और मंदिर संस्कृति को संरक्षित करने और उन मंदिरों और संस्कृति को फिर से स्थापित करने की शक्ति के लिए अनुरोध करता हूं।
सावंत कहा, पुर्तगालियों ने मंदिरों को नष्ट करना शुरू कर दिया था। 1560 में, देवता मंगेश को हमारे पूर्वजों द्वारा कोर्टालिम (दक्षिण गोवा गांव) से इस स्थान (मंगुशी गांव) में स्थानांतरित कर दिया गया था। मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। भगवान और धर्म हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
पुर्तगाली शासकों द्वारा धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए तटीय राज्य में कई मंदिरों को स्थानांतरित कर दिया गया था। गोवा का पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन 1961 में 451 वर्षों के बाद समाप्त हुआ।
उन्होंने कहा, हम अपने पूर्वजों को लेकर भाग्यशाली हैं, जिन्होंने हमारे भगवान को बचाने का फैसला किया और उन्हें दूसरी जगह सुरक्षा प्रदान की और क्रूर पुर्तगाली शासन के दौरान इन्हें दूसरी जगह फिर से स्थापित भी किया गया।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS