अरे ये क्‍या! कुछ दिन और सीबीआई रिमांड में रहना चाहते हैं पी चिदंबरम, पढ़ें पूरी खबर

पी चिदंबरम के दिग्‍गज वकीलों ने सीबीआई और ईडी के भंवरजाल से निकालने की भरसक कोशिश की, लेकिन सीबीआई और ईडी के वकीलों के आगे उनकी एक न चली.

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Sunil Mishra
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अरे ये क्‍या! कुछ दिन और सीबीआई रिमांड में रहना चाहते हैं पी चिदंबरम, पढ़ें पूरी खबर

तिहाड़ जाने से बचने के लिए चिदंबरम के वकीलों का तिकड़म

INX मीडिया केस में पी चिदंबरम अभी सीबीआई रिमांड पर हैं. आज ही उनकी सीबीआई रिमांड खत्‍म हो रही है. हो सकता है कि सीबीआई की विशेष अदालत शुक्रवार शाम को पी चिदंबरम को न्‍यायिक हिरासत में भेज दे, जिससे पी चिदंबरम को तिहाड़ जेल जाना पड़ सकता है. इस डर से दिग्गज वकीलों ने पी चिदंबरम को सीबीआई हिरासत में ही रखने की पेशकश सुप्रीम कोर्ट में कर डाली. हालांकि इससे कुछ हासिल नहीं हुआ.

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पी चिदंबरम के दिग्‍गज वकीलों ने सीबीआई और ईडी के भंवरजाल से निकालने की भरसक कोशिश की, लेकिन सीबीआई और ईडी के वकीलों के आगे उनकी एक न चली. सीबीआई और ईडी के वकील पी चिदंबरम के वकीलों के वकीलों के हर दांव की काट निकाल ले रहे हैं.

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पी चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में चिदंबरम को स्पेशल कोर्ट की हिरासत में रखने का पुरजोर विरोध कर रहे थे. वहीं कपिल सिब्‍बल गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में यह गुहार लगाते दिखे कि सोमवार तक उन्‍हें सीबीआई हिरासत में ही रहने दिया जाए. इसके उलट सीबीआई ने पांच दिन और हिरासत की मांग की थी तो पी चिदंबरम की ओर से पैरवी कर रहे कपिल सिब्‍बल और अभिषेक मनु सिंघवी बिफर पड़े थे. दोनों वकीलों ने कहा था, अब हिरासत की कोई जरूरत नहीं है. हमारे मुवक्किल से एक ही सवाल बार-बार पूछा जा रहा है.

अब सवाल उठता है कि तीन दिन में ऐसा क्‍या हो गया कि वहीं कपिल सिब्बल पी चिदंबरम को सीबीआई की हिरासत में ही चार दिन और रहने देने की पैरवी कर रहे हैं. हालांकि इस अप्रत्याशित अपील पर सीबीआई और ईडी के वकील सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को खुश होना चाहिए था, लेकिन वे इसके खिलाफ तन गए.

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तीन दिन पहले पी चिदंबरम की सीबीआई हिरासत अवधि को लेकर तुषार मेहता का कहना था कि यह स्‍पेशल कोर्ट का मामला है, सुप्रीम कोर्ट को इसमें दखल नहीं देनी चाहिए. स्पेशल कोर्ट को तय करना चाहिए कि किसे कब तक हिरासत में रखना है और कब न्यायिक हिरासत में भेजना है. सुप्रीम कोर्ट को इसमें दखल नहीं देना चाहिए.

सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को सीबीआई चिदंबरम की सीबीआई रिमांड बढ़ाने की मांग नहीं करेगी, जिससे चिदंबरम को न्यायिक हिरासत में भेजने का रास्‍ता साफ हो जाएगा. यह भी माना जा रहा है कि 5 सितंबर को सीबीआई सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद तय करेगी कि इंद्राणी मुखर्जी और अन्य `गवाहों' से चिदंबरम का आमना-सामना कराने के नाम पर फिर हिरासत की मांग की जाए या नहीं.

HIGHLIGHTS

  • सीबीआई रिमांड में ही रखने की गुहार लगाई कपिल सिब्‍बल ने
  • सीबीआई के वकील तुषार मेहता ने सिब्‍बल की अपील का विरोध किया
  • आज सुनवाई के दौरान रिमांड नहीं मांगेगी सीबीआई: सूत्र

Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो

Supreme Court Tihad p. chidambaram ed cbi
      
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