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चिंतलनार गांव में पहुंची बिजली (फोटो- ANI)
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतलनार गांव के लोगों के लिए एक बार फिर से नई सुबह हुई है। वहां के घरों में एक बार फिर से 15 साल बाद बल्ब जगमगा उठे हैं।
गांव में बिजली पहुंचने पर राज्य में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इतने साल से अंधेरे में रह रहा चिंतलनार गांव फिर से जगमगा उठेगा।
उन्होंने कहा, 'इतने साल से अंधेरे में रहने को मजबूर गांव अब फिर से जगमगा उठेंगे। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने गांव के लोगों को बनियादी सुविधाओं से दूर रखा।'
बिजली आने के बाद गांव के लोगों में खुशी का माहौल है। गांव के लोगों ने कहा, 'बिजली आने के कारण लोगों को काफी राहत मिली है। हमलोग के पास सोलर पावर है लेकिन सभी जरूरते नहीं पूरा हो पाती है।'
Lost in dark for so many years, Chintalnar & Jagargunda will light up again. Naxals kept villagers deprived of electricity. Soldiers sacrificed to provide basic amenities of road, communication & electricity, their sacrifice won't go in vain: #Chhattisgarh CM Raman Singh pic.twitter.com/Ew6cvSwPoJ
— ANI (@ANI) April 9, 2018
Sukma's Naxal-affected Chintalnar village electrified after 15 years, villagers express delight, say, 'Naxals had destroyed facilities.' The area has witnessed many encounters b/w security forces & Naxals, incl. April 2010 ambush that claimed lives of 75 CRPF jawans #Chhattisgarhpic.twitter.com/dA1JS6wGzA
— ANI (@ANI) April 9, 2018
यह इलाका नक्सल प्रभावित है। इस इलाके में कई दफा पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हो चुका है। बता दें कि यह इलाका तब चर्चा में आया था जब साल 2010 में सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी इसी इलाके में हुआ था। मुठभेड़ में 75 जवान मारे गए थे।
बताया जाता है कि यह गांव सुकमा जिला हेडक्वार्टर से करीब 80 किलोमीटर दूर है।
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Source : News Nation Bureau