logo-image

छत्तीसगढ़ कांग्रेस विवाद: कांग्रेस के 35 विधायक पहुंचे दिल्ली, होगा बड़ा फैसला!

कांग्रेस आलाकमान से सीएम बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव की बातचीत के बाद पिछले दो दिन में करीब 35 विधायक और 3 मंत्री दिल्ली पहुंच चुके हैं. आज करीब 15-20 विधायक और दिल्ली पहुंच सकते हैं.

Updated on: 27 Aug 2021, 12:54 PM

highlights

  • दिल्ली में छत्तीसगढ़ कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन आज
  • सीएम भूपेश बधेल कर सकते हैं राहुल गांधी से मुलाकात
  • सिंहदेव और बघेल के बीच नहीं थम रही है तकरार

नई दिल्ली:

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जारी विवाद थमता दिखाई नहीं दे रहा है. सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की कांग्रेस नेता राहुल गांधी मुलाकात के बाद भी विवाद अभी थमा नहीं है. कांग्रेस के 35 से अधिक विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं. सूत्रों का कहना है कि दर्जन भर से विधायक आज दिल्ली आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ में जारी अंदरूनी कलह अब निर्णायक मोड़ पर आ गई है. दरअसल छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल सीएम बने रहने के मसले पर पिछले 2 महीने से घमासान छिड़ा हुआ है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच तल्खी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है.
 
कांग्रेस आलाकमान पर है भारी दबाव
राहुल गांधी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शीर्ष पद के दावेदार टीएस सिंहदेव से मुलाकात की थी. बैठक के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन पर कोई चर्चा नहीं हुई.' पुनिया ने मुख्यमंत्री और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक में भाग लिया. इन दोनों नेताओं की राहुल गांधी के साथ बैठक तब हुई, जब सिंहदेव के राज्य में शीर्ष पद के लिए कथित दावे के बीच बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद की मांग की गई थी.

यह भी पढ़ेंः अमेरिका ने की ISIS पर हमले की तैयारी, काबुल एयरपोर्ट पर हो सकते हैं और भी आतंकी हमले 

प्रदेश की जनता से लेकर अधिकारियों और नेताओं को यह लगा था कि अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस का विवाद सुलझ जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर लौटने के बाद विधायकों के साथ उनकी बैठक हुई. उसके बाद विधायकों के दिल्ली जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. कहा जा रहा है करीब 50 से अधिक विधायक दिल्ली जाएंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आज दिल्ली आ रहे हैं.

बघेल और सिंहदेव हैं आमने-सामने
बघेल और सिंहदेव के बीच मतभेदों की कई खबरें थीं, बाद में मुख्यमंत्री को बदलने के लिए महीनों तक जोर-शोर से पैरवी की गई. 27 जुलाई को विपक्ष ने कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के आरोपों की हाउस पैनल जांच की मांग को लेकर हंगामा किया था और आरोप लगाया था कि मंत्री उन पर हमले के पीछे थे, उस दिन सिंहदेव ने यह कहते हुए विधानसभा से बहिर्गमन किया था. सिंहदेव और बघेल राष्ट्रीय राजधानी के कई दौरे कर रहे हैं. सिंहदेव रिकॉर्ड के लिए कहते हैं कि सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी फैसला करेंगे. बघेल भी इस साल जुलाई में राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे थे.