छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो पुलिस जवान समेत 4 लोगों की मौत हो गई जबकि छह अन्य घायल हो गये हैं। घायलों में से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें इलाज के लिये रायपुर रवाना किया गया है।
दक्षिण बस्तर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि भेज्जी थाना क्षेत्र के अंतर्गत भेज्जी और एलारमडगु गांव के बीच जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो सहायक आरक्षक मड़कम हांडा और मुकेश कड़ती शहीद हो गए हैं तथा छह अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
सुंदरराज ने बताया कि भेज्जी थाना क्षेत्र में एसटीएफ और डीआरजी के संयुक्त पुलिस दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब भेज्जी और एलारमड़गु गांव के मध्य जंगल में था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार सुकमा के भेज्जी इलाके में (भेज्जी से चिंतागुफा तक) सड़क निर्माण का काम चल रहा है। जिसे रोकने को लेकर माओवादियों ने कई बार चेतावनी दी थी। खबर के अनुसार रविवार को बड़ी संख्या में माओवादियों ने हमला बोला और सड़क निर्माण में लगी 6 गाड़ियों में आग लगा दी।
माओवादियों ने एक मज़दूर और निर्माण कार्य में लगे मुंशी की भी हत्या कर दी। इसी दौरान माओवादियों का सामना कोबरा बटालियन से हुआ, जिसमें दोनों तरफ से गोलीबारी हुई।
मुठभेड़ की इस घटना में दो सहायक आरक्षक मड़कम हंदा और मुकेश कडती मौके पर ही मारे गये। इसके अलावा आधा दर्जन से अधिक जवान घायल हुये हैं।
पुलिस ने बड़ी संख्या में माओवादियों के भी मारे जाने और उनके घायल होने की आशंका जताई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों की गोलीबारी के बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की।
पुलिस और नक्सालियों के मध्य दो घंटे से ज्यादा समय तक गोलीबारी हुई है। इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल को रवाना किया गया तथा शवों और घायल जवानों को बाहर निकाला गया।
घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर रवाना किया गया है। अधिकारी ने बताया कि घायल जवानों में दो एसटीएफ के तथा चार डीआरजी के जवान शामिल है।
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Source : News Nation Bureau