बिहार में छठ पर्व को लेकर छठव्रतियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए गंगा तट से लेकर विभिन्न जलाशयों को तैयार करने का काम हो रहा है। इसके तहत पटना के कई पार्को में भी छठव्रतियों को भगवान भास्कर के अघ्र्य देने की व्यवस्था की जा रही है।
पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) सहित राजधानी के अलग-अलग पार्को में अघ्र्य अर्पण करने की व्यवस्था की जा रही है। पटना चिड़ियाघर में झील के पानी की सफाई और आसपास के क्षेत्रों की सफाई कराई जा रही है। झील के ऊपरी हिस्सों को भी व्यवस्थिति करने का कार्य हो रहा है।
उद्यान प्रशासन का कहना है कि एहतियातन झील में बैरिकेडिंग भी करवाई जा रही है, जिसमें श्रद्धालु गहराई में नहीं जा सके और सुरक्षित रूप से अर्ध्य दे सकें।
उल्लेखनीय है कि चार दिवसीय महापर्व छठ के मौके पर पटना के विभिन्न पार्को के तालाब में स्थानीय लोग काफी संख्या में अघ्र्य के लिए पहुंचते हैं। साफ-सफाई के अलावा इन तालाबों को सजाने और संवारने का काम भी किया जा रहा है। झील और तालाबों के पास व्रतियों के लिए चेजिंग रूम बनाए जा रहे हैं।
इस साल चिड़ियाघर में 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है, जिसको लेकर तैयारी की जा रही है।
इसके अलावे पुनाइचक पार्क, राजवंशी नगर, कंकड़बाग के विभिन्न पार्कों के तालाब, शास्त्रीनगर के पार्क के तालाबों को भी छठ के लिए तैयार करने का कार्य चल रहा है।
पटना जिला प्रशासन के अधिकारियों ने संभावना जताई है कि कोरोना से राहत मिलने के बाद माना जा रहा है कि इस बार छठ घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु छठ घाटों पर आएंगे। ऐसे में व्रतियों की संख्या में भी वृद्धि होगी।
गंगा नदी के किनारे छठ घाट हो या पार्को में स्थिल तालाबों को छठ व्रतियों के लिए तैयार करने का काम, सभी को खरना के पूर्व तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
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Source : IANS