अन्नाद्रमुक के समन्वयक और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने मंगलवार को श्रीलंका की एक अदालत को कथित तौर पर द्वीप राष्ट्र द्वारा गिरफ्तार किए गए राज्य से प्रत्येक भारतीय मछुआरे की रिहाई के लिए एक करोड़ रुपये की जमानत देने का आदेश दिया है।
एक बयान में उन्होंने कहा कि यह आदेश न्याय के खिलाफ है और मछुआरे और उनके परिवार इससे स्तब्ध हैं।
पन्नीरसेल्वम ने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तारी के बाद भी तमिलनाडु के मछुआरे मछली पकड़ने का काम कर रहे थे और श्रीलंका से गिरफ्तार मछुआरों को रिहा करने के लिए इतनी बड़ी सुरक्षा का आदेश देने वाली अदालत अन्याय की पराकाष्ठा है।
साथ ही जिक्र किया कि मछुआरे कभी भी सुरक्षा के रूप में इतनी बड़ी राशि का भुगतान करने में सक्षम नहीं होंगे, उन्होंने कहा कि यदि उनके पास सुरक्षा के रूप में इतना बड़ी राशि देने का साधन होता, तो वे मछली पकड़ने के पेशे में नहीं होते। उन्होंने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को इस मामले में दखल देना चाहिए।
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Source : IANS