द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर सोमवार को अनुसूचित जाति तथाअनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कमजोर करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
सभा को संबोधित करते हुए डीएमके नेता एम.के. स्टालिन ने कहा कि इस कानून को कमजोर करने का सर्वोच्च न्यायालय का आदेश अस्वीकार्य है।
स्टालिन ने केंद्र सरकार से सर्वोच्च न्यायालय में अपील दर्ज करने तथाइस अधिनियम को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की भी मांग की।
विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले राजनैतिक दलों में डीएमके, कांग्रेस, आईयूएमएल, एमडीएमके, वीसीके तथाएमएमके शामिल रहे।
सर्वोच्च न्यायालय ने मार्च 20 के अपने आदेश में कहा था कि किसी आरोपी को दलितों पर अत्याचार के मामले में प्रारंभिक जांच के बिना इस अधिनियम के तहत अनिवार्य रूप से गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
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Source : IANS