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मनमोहन से लेकर मोदी सरकार तक, चंद्रयान को लेकर जानें कब क्या हुआ

वहीं, चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत विश्व का पहला देश भी बन जाएगा. चलिए बताते हैं चंद्रयान-2 को लेकर मनमोहन सरकार से लेकर मोदी सरकार तक कब क्या हुआ.

वहीं, चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत विश्व का पहला देश भी बन जाएगा. चलिए बताते हैं चंद्रयान-2 को लेकर मनमोहन सरकार से लेकर मोदी सरकार तक कब क्या हुआ.

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nitu pandey
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मनमोहन से लेकर मोदी सरकार तक, चंद्रयान को लेकर जानें कब क्या हुआ

चंद्रयान 2

चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) चांद को चूमने के लिए तैयार है. शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि को चंद्रयान 2 लैंडिंग करेगा. लैंडिंग के बाद लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान अलग हो जाएंगे. ये चांद से जुड़े रहस्यों के बारे में धरती पर जानकारी भेजेंगे. भारत ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा. इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन ने यह कारनामा किया है. वहीं, चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत विश्व का पहला देश भी बन जाएगा. चलिए बताते हैं चंद्रयान-2 को लेकर मनमोहन सरकार से लेकर मोदी सरकार तक कब क्या हुआ.

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18 सितंबर 2008 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चंद्रयान-2 मिशन की मंजूरी दी थी. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का यह ड्रीम प्रोजेक्ट था. इसके बाद के साल मिशन की प्लानिंग और इसकी तैयारी में निकल गए.

इसे भी पढ़ें:चंद्रयान-2 से चांद पर भी कटोरा लेकर पहुंचे इमरान और नेहरू करा रहे लैंडिंग

15 जुलाई 2019 करीब 11 साल बाद चंद्रयान-2 इस दिन लॉन्चिंग के लिए तैयार हुआ. पूरे देश की निगाहें काउंटडाउन पर थीं, मगर ऐन मौके पर एक तकनीकी दिक्कत ने चंद्रयान-2 की उड़ान पर रोक लगा दी. मिशन को टालना पड़ा.

18 जुलाई 2019 हालांकि इसरो ने तकनीकी दिक्कत को बेहद कम समय में ही सही कर लिया और 18 जुलाई को घोषणा की कि 22 जुलाई को चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग होगी.

22 जुलाई 2019 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-2 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया.

24 जुलाई 2019 को पृथ्वी की पहली कक्षा में स्थापित करने के लिए प्रक्रिया को अंजाम दिया गया.

26 जुलाई 2019 को पृथ्वी की दूसरी कक्षा में स्थापित करने के लिए प्रक्रिया को अंजाम दिया गया.

28 जुलाई 2019 को पृथ्वी की तीसरी कक्षा में स्थापित करने के लिए प्रक्रिया पूरी हुई.

3 अगस्त 2019 इसरो ने चंद्रयान-2 से ली गईं पृथ्वी की पहली तस्वीरों को लॉन्च किया.

6 अगस्त 2019 को चंद्रयान-2 को पृथ्वी की चौथी और अंतिम कक्षा में स्थापित करने के लिए प्रक्रिया पूरी हुई.

14 अगस्त 2019 को करीब 23 दिन तक धरती की कक्षा में चक्कर लगाने के बाद स्पेसक्राफ्ट को चांद की कक्षा में भेजने के लिए तैयार किया गया.

20 अगस्त 2019 को चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक चांद की कक्षा में स्थापित हो गया.

22 अगस्त 2019 को इसरो ने चंद्रयान-2 से ली गईं चांद की चुनिंदा तस्वीरों को दुनिया के सामने रखा.

3 सितंबर 2019 को चंद्रयान-2 चांद की पहली कक्षा को पार कर गया.

4 सितंबर 2019 को 9 सेकंड में चंद्रयान-2 चांद की दूसरी कक्षा को भी पार कर गया.

7 सितंबर 2019 आज रात को भारत एक नया इतिहास बनाने जा रहा है. देर रात करीब 1:30 बजे से 2:30 बजे के बीच चंद्रयान चांद की सतह पर उतरेगा.

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